नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम गया. चुनाव प्रचार थमने के बाद आचार संहिता के अनुसार मतदान से पहले 48 घंटे का समय साइलेंट पीरियड माना जाता है. इस दौरान किसी भी विधानसभा क्षेत्र में रात के समय बाहर के लोगों का और किसी भी प्रत्याशी एवं उसके समर्थकों का घूमना वर्जित होता है. साथ ही मतदाताओं से रात के समय मिलना भी आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है.
सोमवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आप, कांग्रेस और बीजेपी तीनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. इस दौरान भाजपा की तरफ से रोड शो और जनसभाएं की गईं. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी कई जनसभाएं व रोड शो किए. भाजपा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जंगपुरा, बिजवासन और द्वारका में जनसभा की, वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोती नगर और छतरपुर में रोड शो किया. इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सांसद मनोज तिवारी, सांसद अनुराग ठाकुर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गोवा के मुख्यमंत्री को प्रमोद सावंत, सांसद रवि किशन, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य व कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने भी अलग-अलग विधानसभा में रोड शो किए.