रांची: झारखंड के मोस्ट वांटेड अपराधी प्रिंस खान के खिलाफ ईडी ने ईसीआईआर (इनफोर्समेंट केस इंफॉरमेशन रिपोर्ट) दर्ज किया है. ईडी ने अपने ईसीआईआर में प्रिंस खान के खिलाफ दर्ज 50 से भी अधिक हत्या, रंगदारी, डकैती के कांडों को अपना आधार केस बनाया है.
फरार है प्रिंस खान
प्रिंस खान साल 2022 में हैदर अली के नाम से पासपोर्ट बनवाकर खाड़ी देश भाग गया था. प्रिंस खान के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज करने के बाद ईडी अब उसके बैंक खाते, उनके सहयोगियों के बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है. साथ ही अपराध से अर्जित उसकी सारी संपत्तियों को भी मनी लॉन्ड्रिंग की धाराओं के तहत जब्त करने की कार्रवाई ईडी के द्वारा की जाएगी.
प्रत्यर्पण की भी हो रही कवायद
प्रिंस खान को खाड़ी देश से वापस लाने की कवायद भी शुरू हो गई है. दिल्ली के प्रत्यर्पण कोर्ट में धनबाद पुलिस ने आवेदन दिया था. धनबाद में रंगदारी, हत्या समेत अन्य कांडों में वांछित प्रिंस खान की सारी आपराधिक डिटेल के साथ प्रत्यर्पण के लिए आवेदन दिया गया है. जब इस मामले में सीबीआई की मध्यस्थता से प्रत्यर्पण की कोशिश की जाएगी. प्रिंस खान के खिलाफ पूर्व में इंटरपोल के द्वारा रेड व ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है, साथ ही धनबाद पुलिस की निवेदन के बाद उसके पासपोर्ट को भी रद्द कराया जा चुका है. लेकिन प्रिंस खान को तब तक खाड़ी देश से वापस नहीं लाया जा सकता, जब तक वहां की सरकार से प्रत्यर्पण की बात ना हो.
एनआईए भी करे जांच- भाजपा
भाजपा के राज्य प्रवक्ता विनय कुमार सिंह ने पूरे मामले में ट्वीट कर कहा कि धनबाद को बम से उड़ा देने की धमकी देने वाले और अभी दुबई स्थित प्रिंस खान के अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी समूहों से संबंधों की जांच भी भारत सरकार को करनी चाहिए क्योंकि वह निःसंदेह अंतर्राष्ट्रीय क्रिमिनल नेटवर्क का हिस्सा है. एनआईए से उसके आतंकी संगठनों से संबंध की जांच होनी चाहिए. विनय कुमार सिंह ने कहा कि प्रिंस खान उर्फ अली मोहम्मद हैदर की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.