गढ़वाः जिले के बिशुनपुरा प्रखंड के जिला परिषद सदस्य शम्भू चंद्रवंशी ने प्रखंड क्षेत्र में संचालित पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया है. जिप सदस्य का आरोप है कि यूपी, छत्तीसगढ़ और झारखंड के अन्य जिलों के लोग यहां गलत तरीके से योजना का लाभ उठा रहे हैं.
लाभुकों के लिस्ट में फर्जी नाम
जिला परिषद सदस्य शम्भू चंद्रवंशी का कहना है कि बिशुनपुरा प्रखंड के कमता, जोगीखुर्द, पिपरीकला, पिपरीखुर्द गांव में ज्यादातर आदिवासी परिवार के लोग रहते हैं. उनका आरोप है कि बिशुनपुरा के ग्रामीणों के नाम पर छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के फर्जी लाभुक पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं.
लिस्ट में एक भी नाम स्थानीय ग्रामीण के नहीं
जिला परिषद सदस्य शम्भू चंद्रवंशी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना का डाटा लेकर ग्रामीणों से पूछताछ की तो उन्हें कोई स्थानीय व्यक्ति नहीं मिला जिसका नाम डाटा में था. सभी नाम दूसरे राज्यों के साथ-साथ झारखंड के अन्य जिलों के लोगों के थे.
आदिवासी गांव में अन्य जाति के लोगों के नाम कैसे?
जिप सदस्य का आरोप है कि आदिवासी इलाके में जनरल लोगों का नाम जोड़ कर योजना की राशि की अवैध ढंग से निकासी की जा रही है. उन्होंने कहा कि गढ़वा जिले के बिशुनपुरा प्रखंड में ही सिर्फ आठ से नौ हजार तक फर्जी लोगों के नाम पर पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि निकाली जा रही है. जबकि इस जिले में 20 प्रखंड हैं, तो इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में कितना बड़ा खेल चल रहा है.
जिला परिषद सदस्य ने की जांच की मांग
इस संबंध में जिला परिषद सदस्य शम्भू चन्द्रवंशी ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मामले की जांच की मांग की है. उन्होंने साक्ष्य के तौर पर कुछ नाम भी बताए हैं जो दूसरे राज्य के हैं और अपना पता गढ़वा के बिशुनपुरा का लिखा रखा है.
मामले की होगी जांचः डीडीसी
वहीं शिकायत मिलने के बाद गढ़वा के डीडीसी पशुपतिनाथ मिश्रा ने कहा कि जानकारी मिली है. मामले की जांच करायी जाएगी. जिला परिषद सदस्य द्वारा जानकारी दी गई है. मामले से डीसी को अवगत कराया जाएगा. मामला गंभीर है. नियम संगत कार्रवाई होगी.
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