रांची:रांची जमीन घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े ईसीआईआर में ईडी ने दस आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. जिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है, उनमें राजस्व विभाग के कर्मचारी मनोज कुमार यादव, कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के दो कर्मचारी तापस घोष, संजीत कुमार, हजारीबाग कोर्ट में डीड राइटर मो इरशाद के अलावा फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने वाले सिंडिकेट के सदस्य जेएमएम नेता अंतु तिर्की, प्रिय रंजन सहाय, विपिन सिंह, इरशाद अख्तर, अफसर अली उर्फ अफसू खान और सद्दाम हुसैन शामिल हैं. इस मामले में ईडी ने पहली चार्जशीट 30 मार्च को दाखिल की थी, तब उसने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बड़गाईं अंचल के राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
जमीन के बनाये गये फर्जी दस्तावेज
चार्जशीट के अनुसार, ईडी की जांच में पता चला है कि सिंडिकेट ने बड़गाईं में हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन के दो प्लॉट के फर्जी दस्तावेज बनाये थे. फोरेंसिक रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है. इसके अलावा अफसर खान, प्रियरंजन सहाय, विपिन सिंह व अन्य आरोपियों ने कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के कर्मचारी तापस घोष व संजीत कुमार के साथ मिलकर दस्तावेज जुटाये.
इसके बाद हजारीबाग के डीड राइटर मोहम्मद इरशाद की मदद से फर्जी दस्तावेज तैयार कर चेशायर होम रोड स्थित 4.83 एकड़ जमीन हड़पने की साजिश रची. इस जमीन की सरकारी कीमत 22.61 करोड़ रुपए बताई गई है, जबकि बाजार मुल्य 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है. ईडी अब इस जमीन को जब्त करने की कार्रवाई करेगी. ईडी ने अपनी जांच में पाया है कि फर्जी दस्तावेज तैयार करने के एवज में सिंडिकेट के सदस्यों द्वारा तापस के खाते में 21 लाख रुपये से अधिक जमा कराए गए थे.