पटना:बिहार के कई जिलों में मंगलवार सुबह भूकंपआया. झटके इतने तेज थे कि लोग डर के मारे घर से बाहर निकल आए. बिहार में रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.3 मापी गई. हालांकि नेपाल, चीन और तिब्बत में भूकंप की तीव्रता 7.1 थी. जिस वजह से वहां भारी नुकसान हुआ है. राहत की बात है कि बिहार में भूंकप से जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है.
पटना समेत बिहार के कई जिलों में भूकंप: पटना के कई जिलों जिनमें वैशाली, नवादा, नालंदा, पूर्णिया, मुंगेर, अररिया, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल और मधुबनी में भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेपाल से सटे इलाकों में सबसे अधिक तीव्रता देखी गई. जिसमें मधुबनी, सीतामढ़ी और शिवहर जिला रहा. शिवहर में 7.1 तीव्रता वाला भूकंप लोगों ने महसूस किया, जबकि सुपौल, सहरसा, पूर्णिया में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए.
अररिया में कमरे में लटका पंखा डोलने लगा: नेपाल बॉर्डर के पास अररिया में भी लोगों ने भूकंप के तेज झटके महसूस किए हैं. लोगों ने करीब 10 से 15 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए. भूकंप के झटके से घर में लगा पंखा डोलने लगा. यहां लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गए. भूंकप होने से लोगो में दहशत का माहौल बन गया.
किशनगंज में ट्रेनों को रोका गया: बिहार के सीमांचल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. किशनगंज में भूकंप के झटकों के दौरान ट्रेन के परिचालन को भी कुछ देर के लिए रोकना पड़ा. यहां ठाकुरगंज स्टेशन पर डीएमयू को थोड़ी देर के लिए रोका गया, जबकि पांजीपाड़ा में कंचनकन्या एक्सप्रेस भी कुछ देर के लिए खड़ी रही. पटरियों की जांच के बाद ट्रेन को रवाना किया गया.
मधुबनी में डोली धरती, घरों से बाहर निकले लोग: बिहार के मधुबनी जिले में भी सुबह-सुबह लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. यहां बेनीपट्टी, राजनगर, पंडौल में भूकंप के झटकों के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए. नेपाल से सटे होने के कारण मधुबनी में अधिक देर तक झटके महसूस किए गए. यहां पेड़-पौधे और कुएं का पानी भी हिलने लगे. जिसका वीडियो लोगों ने रिकॉर्ड किया.