सारणः पूरे देश में धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाई गयी. बिहार के छपरा में बंगाली रीति रिवाज से पूजा अर्चना की गयी. दशहरा के बाद कालीबाड़ी में माता की विदाई की गई. माता का पूजन और हवन किया गया उसके बाद पुष्पांजलि का कार्यक्रम किया. बंगाली रीति रिवाज के अनुसार माता की विदाई की गई. बंगाली समाज की सबसे बुजुर्ग महिला के द्वारा माता को सिंदूर लगाकर और खोईचा देकर माता को विदा किया.
सिंदूर खेला के बाद मां की विदाईः बंगाली समाज की मान्यता के अनुसार बुजुर्ग महिला ने अन्य महिलाओं को सिंदूर लगाया. एक दूसरे को सिंदूर लगाकर सिंदूर खेला का आयोजन किया. इस दौरान बंगाली समाज की महिलाओं के द्वारा एक विशेष प्रकार का आवाज निकाली जाती है, जिसे प्रत्येक शुभ अवसर पर किया जाता है. माता की विदाई और सिंदूर खेला के समय बंगाली समाज की महिलाओं के द्वारा उलू ध्वनि निकालते हुए मां को विदा किया.