छतरपुर: छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम के सुर्खियों में आने से खजुराहो में भी पर्यटन व्यवसाय में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यहां देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. साल 2022-23 में जहां 17 हजार पर्यटक आए थे वहीं इस साल यहां और अधिक सैलानियों के आने की उम्मीद है.
बागेश्वर धाम के साथ ही खजुराहो के टूरिज्म में भी देखी जा रही जबरदस्त बढ़ोतरी
बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम में हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. मंगलवार और शनिवार को यहां आने वाले भक्तों की संख्या और बढ़ जाती है. वहीं बागेश्वर धाम से खजुराहो की दूरी महज 20 किलोमीटर है. बागेश्वर धाम आने वाला श्रद्धालु खजुराहो के मंदिरों को देखने और घूमने जरूर पहुंचता है. बागेश्वर धाम की प्रसिद्धि के साथ खजुराहो के टूरिज्म में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जो होटल पहले खाली पड़े रहते थे वे आज भरे रहते है.
वही स्थानीय निवासी जितेंद्र रिक्षरिया बताते है "छतरपुर में पर्यटन के क्षेत्र में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जब से खजुराहो को नई फ्लाइट मिली है यहां के व्यापारियों को लाभ हो रहा है." वहीं एडवोकेट धर्म प्रेमी लखन राजपूत बताते हैं "बागेश्वर धाम की प्रसिद्धि बढ़ने से खजुराहो सहित आसपास का व्यापार बढ़ा है. सभी को इसका लाभ मिल रहा है. वहीं संत हनुमानदासजी बताते हैं "बाबा बागेश्वर के मंदिर और पंडित धीरेंद्र शास्त्री की वजह से पूरे जिले के व्यापारियों को लाभ हो रहा है. होटलों में पर्यटकों की आवक बढ़ रही है."
खजुराहो में अब हर मौसम में पहुंचने लगे हैं टूरिस्ट
दरसल छतरपुर जिले की पहचान अब तक विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो के नाम से होती है. लेकिन पिछले कुछ सालों से छतरपुर बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की वजह से सुर्खियों में है. जिसका लाभ व्यवसायियों को भी मिलने लगा है. पहले खजुराहो में सिर्फ सर्दियों के मौसम में पर्यटकों की भीड़ होती थी, लेकिन अब हर मौसम में यहां टूरिस्ट पहुंचने लगे हैं. इससे यहां के होटल व्यवसायी भी खुश नजर आ रहे हैं. साथ ही टैक्सी, ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की भी कमाई के मौके मिल रहे हैं. पर्यटकों की खरीदारी से स्थानीय व्यापारियों को भी मुनाफा हो रहा है.