रायपुर: बीजापुर मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराने वाले जवानों की तारीफ पूरा देश कर रहा है. खुद केंद्रीय गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुखिया विष्णु देव साय जवानों की तारीफ कर चुके हैं. बीजापुर मुठभेड़ की असल कहानी जितनी आसान लगती है उतनी ही वो मुश्किलों से भरी रही. बीजापुर मुठभेड़ में हमारे तीन जवान बुरी तरह से जख्मी हुए. किसी के हाथ में गोली लगी तो किसी के पैर में जख्म लगा. जख्मी जवानों में से एक डीआरजी के श्रीकांत श्रीमाली भी हैं.
''नक्सलियों पर काल बनकर टूटे थे हम'':बीजापुर मुठभेड़ में शामिल शामिल डीआरजी के जवान श्रीकांत श्रीमाली ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में मुठभेड़ की पूरी कहानी बयां की. श्रीकांत ने बताया कैसे पहले बड़े अफसरों का फोन आया. श्रीमाली ने बताया कि सभी लोग कैंप में थे. अफसरों ने बताया कि उनको बड़े नक्सल ऑपरेशन पर जाना है. सूचना मिली है कि नक्सलियों का एक बड़ा दल जंगल में मौजूद है.
अफसरों के निर्देश मिलते ही हम रात दस बजे के करीब जंगल की ओर कूच गए गए. पूरी रात हम बड़ी ही सावधान और सतर्कता के साथ चलते रहे. करीब 12 घंटे लगातार चलते रहने के बाद हम उस जगह पर पहुंचे जहां नक्सली मौजूद थे. हमने घेराबंदी को नक्सलियों को अपने ट्रैप में कर लिया और गोलियां बरसानी शुरु कर दी. नक्सलियों ने भी अपनी ओर से गोलियों की बौछार कर दी. हमलोग 180 जवान थे. हमने एक साथ नक्सलियों पर करारा वार किया. हमले के दौरान मेरे पैर में नक्सलियों की चलाई एक गोली लग गई. मैं हिम्मत नहीं हारा साथियों के साथ एनकाउंटर में डटा रहा. गोलियों की बौछार के बीच हमने फायरिंग जारी रखी. - श्रीकांत श्रीमाली, बीजापुर एनकाउंटर में जख्मी डीआरजी जवान
सवाल: नक्सली मूवमेंट की सूचना के बाद क्या हुआ ?
जवाब:जंगल में नक्सलियों के होने की जानकारी मिली थी. हमें बताया गया कि वहां पर 35 नक्सली हैं. हम रात में 10:00 बजे ऑपरेशन के लिए निकले थे.पूरी रात हम चलते रहे. सुपह दस बजे हम वहां पर पहुंचे जहां पर नक्सलियों के होने की खबर मिली थी. मौके पर पहुंचते ही हमने घेराबंदी शुरु कर दी. दोनों ओर से फायरिंग होने लगी.
सवाल:इस ऑपरेशन में कितने जवान शामिल थे ?
जवाब:हम 180 जवान के साथ उसे क्षेत्र में नक्सलियों से मोर्चा लेने गए थे.
सवाल: क्या इस तरह की स्थिति निर्मित हो सकती है इसकी जानकारी पहले से थी ?
जवाब: नक्सलियों की वहां पर मौजूदगी की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही हम अपनी यूनिट के साथ वहां के लिए निकल पड़े.