देवघर: जिले में होने वाले शिवरात्रि कार्यक्रम को लेकर लगभग सारी तैयारियां पूरी हो गई हैं. पिछले 34 वर्षों में पहली बार राज्य सरकार का पर्यटन विभाग देवघर के शिव बारात को निकालने का काम करेगा. इसलिए इस वर्ष देवघर के लोगों में इस बात को लेकर खासा उत्साह है कि शिव बारात में निकलने वाली झांकी में क्या कुछ स्पेशल होगा.
इस वर्ष शिव बारात में निकलने वाली झांकी को लेकर बताया जा रहा है कि वर्ष 2025 में एक ड्रैगन झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगा. ड्रैगन के मुंह से निकलने वाले ड्रैकुला लोगों को मनोरंजित करेगा. इसके अलावा कलिकासुर राक्षस भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. वहीं मुंझिया भुतहा पेड़ भी झांकी में शामिल रहेगा. भूत पिशाच की आकर्षित आकृति के अलावा देवघर के ज्योतिर्लिंग के साथ-साथ देश के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों का दर्शन लोग झांकी में कर पाएंगे.
जानकारी देते संवाददाता हितेश कुमार चौधरी (ईटीवी भारत) वहीं अजगर से लिपटा हुआ एक व्यक्ति भी झांकी में शामिल किया गया जाएगा. इसके अलावा मौजूदा राजनीतिक महत्वाकांक्षा को भी दर्शाया गया है कि किस तरह से लोग अपने परिवार और जनता को छोड़कर कुर्सी के पीछे पड़े हुए हैं. शिव बारात में निकलने वाली झांकी में एक दृश्य यह भी दिखाया जाएगा कि आज के भागम भाग के दौर में बच्चे कैसे मोबाइल के कारण बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. सामाजिक कुरीति के साथ-साथ कई ऐसी चीजें झांकी में दिखाई जाएंगी जो लोगों को खासा आकर्षित करेगी.झांकी बनाने वाले मुख्य कलाकार मारकंडे जजवाड़े बताते हैं कि ड्रैगन बनाने का मुख्य कारण यह है कि भगवान भोलेनाथ के बारात में भूत पिशाच जैसे लोग ही शामिल होते हैं. इसीलिए ड्रैगन के माध्यम से लोगों को बताया जाएगा कि भगवान भोलेनाथ के बारात में कैसे भूत नृत्य करते हुए शादी में शामिल हुए थे. इस झांकी को बनाने की तैयारी पिछले दो महीने से चल रही है. मारकंडे जेजवाड़े के साथ-साथ उनके सहयोगी लक्ष्मण कुमार, सुनील अग्रवाल, काजल कुमार, आनंद झा, मुन्नू जेजवाड़े सहित कई कलाकारों ने मेहनत की है. जो शिव बारात में निकलने वाली झांकी में देखने को मिलेगी.