चंडीगढ़:हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार को लेकर प्रदेश कांग्रेस की गठित कमेटी दिल्ली में चुनाव हारे उम्मीदवारों से ईवीएम और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग को लेकर जानकारी ली. कमेटी के सामने कांग्रेस के हारे हुए करीब तीस उम्मीदवार पेश हुए. बाकी उम्मीदवारों से कमेटी अन्य माध्यमों से इस पर बातचीत करेगी.
कांग्रेस का ईवीएम पर निशाना: जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के ज्यादातर उम्मीदवारों ने कमेटी के सामने ईवीएम और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग को अपनी हार का जिम्मेदार ठहराया है. अब कांग्रेस की यह कमेटी बाकी उम्मीदवारों से बात कर रिपोर्ट हाईकमान को देगी. जिसके बाद कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है. बता दें कि हरियाणा कांग्रेस की चुनाव में हार को लेकर इस मंथन में सभी हारे हुए कैंडिडेट की राय ली गई है कि क्या वह ईवीएम और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग पर उनकी क्या राय है? कमेटी के अध्यक्ष सभी उम्मीदवारों की राय आलाकमान को देंगे और उसके बाद फिर हरियाणा कांग्रेस कोर्ट जा सकती है.
ईवीएम में गड़बड़ी की रिपोर्ट: कमेटी के अध्यक्ष करण दलाल ने मीडिया में दिए बयान में कहा कि उम्मीदवारों ने रिपोर्ट उन्हें दे दी है. EVM को लेकर कहा क्या गड़बड़ियां हुई है. या क्या उनके पास सबूत हैं. वह भी हमें दिए गए हैं. वे रिपोर्ट हाईकमान को सौंपेंगे. इसके ऊपर आलाकमान डिसाइड करेगा कि कोर्ट जाना है और कब जाना है. जो कैंडिडेट आज नहीं आए हैं. उनसे भी राय ली जाएगी कि उनका क्या मानना है.
वहीं, बैठक में वरिष्ठ नेता तौर पर पहुंचे कांग्रेस नेता चौधरी वीरेंद्र ने मीडिया को बयान दिया है कि हमने सबकी राय ली है. हम जल्द कोर्ट जाएंगे. उन्होंने कहा कि रिजल्ट आने के 45 दिन के अंदर कोर्ट जाना होता है. अभी 15 दिन बचे हैं. सब कैंडिडेट को दिल्ली आना जरूरी नहीं था. जो नहीं आए उनकी भी राय ली जाएगी.
कांग्रेस कमेटी की बैठक खत्म: गौरतलब है कि कांग्रेस की फेक्ट फाइंडिंग कमेटी की अहम बैठक करण दलाल की अध्यक्षता में हुई. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह व सह प्रभारी जितेंद्र बघेल समेत तमाम कई वरिष्ठ नेता पहुंचे. बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह और पूर्व अध्यक्ष धर्मपाल मलिक ,आफताब अहमद चुनाव हारने वाले 39 प्रत्याशी भी मौजूद रहे. इन सभी नेताओं ने चुनाव में हुई हार के कारण बताए. इन सभी नेताओं ने हार का लेखा-जोखा बैठक में रखा. इसके अलावा, बाकी हारे हुए उम्मीदवारों से भी बातचीत होगी.