गुरुग्राम: उत्तर भारत में हो रही कड़ाके की सर्दी ने सितम ढाया है. पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक लगातार तापमान लुढ़कता जा रहा है. जिससे परेशानियां बढ़ गई है और रोजाना जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है. वहीं, इंसानों के साथ-साथ कड़ाके की ये सर्दी परिंदों पर भी कहर बरपा रही है. गुरुग्राम के एकमात्र पक्षी अस्पताल में रोजाना ठंड के कारण बीमार पक्षी इलाज के लिए पहुंच रहे हैं.
सर्दी की चपेट में पक्षी: सर्दी के कारण छोटे पक्षी घोंसले से गिरकर घायल हो रहे हैं. जिसमें कबूतर के बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है. हैरानी की बात तो यह है कि कुछ कबूतर तो उड़ते-उड़ते अचानक बेहोश होकर गिर रहे हैं. अब तक इस महीने में करीब 60 परिंदों का उपचार किया जा चुका है. इस बारे में पक्षी चिकित्सक डॉ. राजकुमार ने कहा कि पक्षियों के पंख कमजोर होते हैं. जिस वजह से ज्यादा ठंड बरदाश नहीं कर पाते. इस वजह से बीमार पक्षियों को ठंड से बचाने के लिए हीटर वाले वार्ड में रखा गया है. वहीं, प्रदूषण और ठंड के कारण पक्षी लकवाग्रस्त भी हो रहे हैं.
इस महीने हुआ 60 पक्षियों का इलाज: पक्षी चिकित्सक ने बताया कि सर्दी का मौसम परिंदों पर भी भारी पड़ रहा है. इस महीने 60 से ज्यादा परिंदों का अब तक इलाज हो चुका है. जबकि 300 से ज्यादा पक्षियों का नवंबर और दिसंबर में इलाज किया गया है. बच्चे को पंख कम होते हैं और सर्दी में उनको ठंड ज्यादा लगती है. जिसके चलते पक्षियों के बच्चे घोंसले से गिर जाते हैं. ठंड में पक्षियों के बच्चों को लकवा भी हो जाता है.
सर्द मौसम में पक्षियों को परेशानी: सर्द मौसम में चिकन पॉक्स जैसी गंभीर बीमारियां भी पक्षियों में होती है. डॉ. ने बताया कि हर दिन 15-20 पक्षी इलाज के लिए लाए जा रहे हैं. जिसमें कुछ पक्षियों को चोट लगी होती है, कुछ बीमार होते हैं और कुछ पक्षी उड़ते-उड़ते अचानक गिर जाते हैं. ये विभिन्न तरह की प्रजातियां हैं, जिन्हें इलाज के लिए लाया जा रहा है. पक्षियों को आजकल काफी नुकसान हो रहा है.
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