मेरठ :मेरठ में 21 जुलाई को एक महिला और उसके बेटे पर हुए जानलेवा हमले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि महिला पर किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पति ने जानलेवा हमला कराया था. वारदात के पीछे दंपती के बीच शक को लेकर विवाद था. इसी के चलते पति ने पत्नी को अपने रास्ते से हटाने के लिए साजिश रची थी.
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने गंगानगर ईशापुरम की रहने वाली प्रियंका पर 21 जुलाई सुबह 9 बजे लूटपाट के इरादे से गोली चलाई गई थी. हमलावर प्रियंका को मृत समझ कर भाग गए, लेकिन राहगीरों ने किसी तरह प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया, जिससे उसकी जान बच गई. केस में पुलिस ने प्रियंका से बयान लिए तो अलग ही कहानी निकली. पुलिस तफ्तीश में यह बात सामने आई कि प्रियंका का पति प्रवीन सऊदी में ड्राइवर है.
वह अपनी पत्नी पर शक करता था. इसी कारण वह पत्नी की हत्या कराना चाहता था. इसके लिए उसने 4 महीने पहले ही प्लानिंग कर ली थी. एसपी सिटी के मुताबिक प्रवीण ने रिश्ते के भांजे राहुल और एक दोस्त निशांत को 20 हजार रुपये में प्रियंका की हत्या की डील की थी. प्लानिंग के मुताबिक प्रवीण ने सऊदी जाने के बाद पत्नी प्रियंका की हत्या की बात कही थी. इसके बाद 21 जुलाई की सुबह 9 बजे प्रियंका अपने बेटे विनय के साथ छोटे बेटे से मिलने पुरकाजी (मुजफ्फरनगर) जा रही थी.
प्रियंका मूल रूप से टिटौडा गांव खतौली मुजफ्फरनगर की रहने वाली है. छोटा बेटा पुरकाजी के गुरुकुल में पढ़ता है. प्रियंका और विनय दुल्हैडा गांव के पास पहुंचे, तो दो लड़कों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर एक लड़के ने प्रियंका पर गोली चला दी. विनय ने बाइक की रफ्तार बढ़ाई, लेकिन भागने के प्रयास में प्रियंका गाड़ी से नीचे गिर गई. प्रियंका को पेट में गोली और ओर सिर में चोट लगी थी. हमलावरों के जाने के बाद राहगीरों की मदद से प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डाॅक्टरों ने उसकी जान बचा ली.