पटना:रामनवमी पर पटना जंक्शन के पास स्थित महावीर मंदिर परिसररामनवमी को लेकर भव्य तरीके से सज-धज कर तैयार है. यहां राम लला और भगवान हनुमान में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया. रात के ढाई बजे मंदिर का पट खुलते ही पूरा परिसर जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा. भगवान को नैवेद्यम का भोग लगाने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है.
भक्तों का जोश हाई:रामलला के अयोध्या में स्थापित होने के बाद भक्त काफी उत्साहित हैं. जिसका प्रमाण पटना के महावीर मंदिर में पहुंचने वाले भक्तों का भीड़ देख करके लगाया जा सकता है. प्रभु श्री राम और बजरंगबली के प्रति भक्तों का प्रेम देखते बन रहा है. वीर कुंवर सिंह पार्क से लेकर हनुमान मंदिर तक महिला पुरुष के लिए अलग-अलग कतार लगाया गया है. जैसे-जैसे दिन चढ़ता जा रहा है, भक्त हनुमान जी के दर्शन के लिए पहुंचते जा रहे हैं.
रात से ही कतारों में लगे रामभक्त:रामभक्त प्रसाद चढ़ाने और भगवान राम और महावीर के दर्शन के लिए मंगलवार की रात 10 बजे से ही लाइन में लगने लगे थे. रात 12 बजे तक हजारों की संख्या में श्रद्धालु लाइन में लग चुके थे. इनमें सबसे अधिक युवक और महिलाओं को देखा गया. इस बार मंदिर में पिछले साल की तुलना में भक्तों की ज्यादा भीड़ पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.
भक्तों के लिए फ्री बस सेवा:भक्तों में इतनी खुशी है कि भले ही लाइन में देर रात से लगे हैं, लेकिन जय श्री राम के नारों की गुंज में कोई कमी नहीं है. वहीं गर्मी को ध्यान में रखते हुए महावीर मंदिर की तरफ से भक्तों के लिए सेड का निर्माण कराया गया है, ताकि भक्तों को धूप से परेशानी ना हो. साथ ही उनके लिए शरबत और पानी की व्यवस्था की गई है. वहीं मंदिर प्रशासन की तरफ से महावीर मंदिर से लेकर के जीपीओ गोलंबर तक 16 एलईडी लगाया गया है, ताकि भक्त दूर से ही भगवान के दर्शन कर सकें.
तिरुपति के बाद पटना का नैवेद्यम प्रसाद प्रसिद्ध: बता दें कि देश में तिरुपति के बाद पटना के महावीर मंदिर में नैवेद्यम प्रसाद मिलता है, जो अपनी शुद्धता के साथ स्वाद के लिए भी मशहूर है. प्रसाद तैयार कर रहे मुख्य मैनेजर आर शेषाद्री ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि पिछले साल रामनवमी के मौके पर 22000 किलो नैवेद्यम लड्डू का सेल गया था. इस बार 25000 किलो सेल जाने की उम्मीद है, उसी को ध्यान में रखते हुए तिरुपति से कारीगर बुलाकर प्रसाद तैयार करवाया जा रहा है.
"अयोध्या में विराजमान हुए रामलाल को लेकर इस साल भक्तों का उत्साह ज्यादा है. हम लोग इस बार 14 काउंटर की व्यवस्था किए हैं. वीर कुंवर सिंह पार्क में तीन काउंटर और जीपीओ गोलंबर से लेकर महावीर मंदिर तक 11 काउंटर, यानी कुल 14 काउंटर बनाए गए हैं. जहां पर भक्त आसानी से प्रसाद की खरीदारी कर सकेंगे और भगवान का भोग लगा सकेंगे."-आर शेषाद्री, कारखाना मुख्य कारीगर
प्रसाद बनाने के लिए तिरुपति से आए कारीगर: कारीगर शेषाद्री ने बताया कि प्रसाद तैयार करवाने के लिए तिरुपति से पचासी कारीगर को बुलाया गया है. बताया कि नैवेधम प्रसाद तैयार करवाने के लिए दूसरे राज्यों से सामग्री मंगाई जाती है, दिल्ली से चना दाल, कश्मीर से केसर और केरल से किशमिश-काजू और कर्नाटक से घी मंगाई जाती है. जो नैवेद्यम प्रसाद में शुद्धता के लिए डाली जाती है.
प्रसाद चढ़ाने के लिए बुलाए गए 14 पुजारी: बता दें कि इस मौके पर 170 भक्तों ने महावीर मंदिर में ध्वज लगाने की बुकिंग कराई है. वहीं भक्तों का प्रसाद जल्द से जल्द चढ़ सके. इसके लिए अयोध्या से 8 पुजारी बुलाए गए हैं और इसके साथ महावीर मंदिर के छह पुजारी, यानी कि कुल 14 पुजारी मिलकर देर रात तक भक्तों के प्रसाद चढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं. 25000 किलो नैवेधम प्रसाद तैयार करवाया गया है, जिसमें सुबह 8 बजे तक 5000 किलो लड्डू की बिक्री भी हो गई.