नई दिल्लीः बुधवार सवेरे दिल्ली के नेब सराय के एक ही परिवार की तीन लोगों की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी. फिलहाल ट्रिपल मर्डर केस का खुलासा होने के बाद लोग हैरान हैं. लोगों के लिए यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि एक बेटा कैसे अपने मां-बाप और बहन का कातिल हो सकता है. हालांकि सच्चाई यही है. फिलहाल युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
मनोचिकित्सक डॉ एके विश्वकर्मा बताते हैं कि युवक पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से पहले यह समझना बेहद जरूरी है कि युवक का बैकग्राउंड किस तरह का रहा है. उसकी शैक्षिक योग्यता क्या है? और कैसा फ्रेंड सर्कल है. युवक किसी प्रकार के नशे का सेवन तो नहीं करता था. इन तमाम पहलुओं पर जानकारी मिलने के बाद ही युवक की मानसिक स्थिति पर कुछ कमेंट करना ठीक होगा.
अचानक कोई मानसिक स्थिति नहीं होती डेवलप: डॉ एके विश्वकर्मा बताते हैं कि सामान्य तौर पर बात करें तो मां-बाप द्वारा एक दो बार डांटने पर कोई भी युवक इतना बड़ा कदम नहीं उठा सकता है. अचानक से कोई भी युवक इस तरह की मानसिक स्थिति में नहीं पहुंच सकता है. संभावना है कि बचपन से ही उसे कुछ ऐसा माहौल मिला जिसने उसे बेहद नकारात्मक मानसिकता से ग्रसित कर दिया. अचानक से किसी की मानसिकता में इतना बड़ा परिवर्तन नहीं आ सकता. धीरे-धीरे युवक की मानसिकता में परिवर्तन हुआ होगा.