नई दिल्ली:राजधानी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 पर देशभर की निगाह टिकी हुई है. सभी पार्टियां अपनी जीत दर्ज करने के लिए बड़े बड़े चुनावी वादे कर रही है. राजधानी में बीते 11 वर्षों से आम आदमी पार्टी की सरकार है. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल इस बार भी जनता को कई फ्री सुविधाएं देने का ऐलान कर चुके हैं. वहीं इस बार चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने भी महिलाओं को आर्थिक राशि देने की बात की है. वर्तमान में दिल्ली की जनता को पहले से फ्री पानी, 200 यूनिट तक बिजली फ्री, महिलाओं के लिए बसों में यात्रा फ्री है.
इसके बावजूद भी कई इलाके ऐसे हैं जहां आज भी लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. आजादी के 77 वर्ष बाद भी राजधानी के कई इलाकों में पानी की पाइप लाइन तक नहीं पहुंच पाई है. इन इलाकों में रहने वाले आज भी हफ़्तों तक पानी का इंतज़ार कर रहे हैं. ऐसा ही एक इलाका पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाला बलजीत नगर है. यहां रहने वाले लोगों के घरों में बर्तनों के ज्यादा पानी स्टोर करने वाली टंकियां दिखाई देती हैं. 'ETV भारत' ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में यहां के लोगों से उनकी चुनावी मांगें जानने का प्रयास किया. आइये जानते है...
वादे हर बार झूठे साबित हुए:स्थानीय निवासी आरती ने बताया कि इस इलाके में सबसे बड़ी समस्या पानी की है. इस बार फिर उम्मीद है कि चुनाव के परिणाम के बाद जिस पार्टी की सरकार आएगी वह हम लोगों को पानी की समस्या से निजात दिला पाए. 11 वर्षों से आम आदमी पार्टी की सरकार है. हर बार चुनाव आने से पहले कहा जाता था कि इलाके में मौजूद सभी घरों में पानी की भरपूर सप्लाई दी जाएगी. लेकिन हर बार वादे झूठे साबित हुए, जबकि परेशानी और ज्यादा बढ़ गई. 10 साल से जल बोर्ड का चक्कर लगा रहे हैं. ताकि पानी समय से मिल जाए. जल बोर्ड के वर्कर्स हजार तरह के बहाने बता कर काम को टाल देते हैं. कभी सैलरी नहीं तो कभी हड़ताल. इस बार दिल्ली में सरकार को बदलना है. शायद इससे हमारी समस्या का समाधान हो जाए.
हर दिन पानी की सम है:घर के बाहर बैठी बिमलेश ने बताया कि 24 वर्षों में एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ, जब पानी की समस्या न हुई हो. कहने को तो दिल्ली में पानी फ्री हैं. लेकिन यहां तो पानी ही नहीं है. हफ्ते में एक बार दिल्ली जल बोर्ड का टैंकर आता है. वहीं अगर हड़ताल हो जाये या टैंकर लाने वाले की गाड़ी खराब हो जाये, तो 15 दिन या एक महीने तक पानी नहीं आता है. विधानसभा चुनाव में कोई भी सरकार आये, हमको केवल पानी की सप्लाई से मतलब है. घर में हर जगह अपनी की टंकियां रखी है. कितना पानी स्टोर करें? अगर इलाके में पानी की पाइप पड़ जाएगी तो सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा.
लोगों से पैसे उधार मिल जायेंगे लेकिन पानी नहीं: 18 वर्षों से बलजीत नगर में रहने वाली इंदु ने बताया कि पहले समय से पानी का टैंकर आ जाया करता था. तो इतनी दिक्कत नहीं होती थी. लेकिन अब इलाके में जनसंख्या बढ़ गयी है. हफ्ते में एक बार पानी का टैंकर आता है. सभी का प्रयास रहता है कि 8 दिन के पानी को स्टॉक कर लें. एक दिन पानी भरते हैं और 8 दिन तक वही पानी पीने को मज़बूर रहते हैं. कई बार तो पूरे महीने पानी नहीं आता है. अगर यहां आप लोगों से पैसे उधार लेंगे तो जरूर मिल जायेंगे लेकिन पानी नहीं मिलेगा. बीते 11 वर्षो में दिल्ली के पूर्व CM अरविन्द केजरीवाल ने कई बड़े बड़े वादे किये थे. लेकिन स्थिति जस की तस है. वहीं इस बार इलाके के लोगों को बीजेपी से काफी उम्मीद हैं. 25 वर्षों से दिल्ली में बीजेपी की सरकार नहीं है. अगर इस बार दिल्ली में बीजेपी की सरकार आती है तो शायद पानी की समस्या दूर हो जाए.