भोपाल/जबलपुर: प्रयागराज में महाकुंभ का शुभारंभ 13 जनवरी से हो गया है. जो करीब डेढ़ महीने तक चलेगा. इस महाकुंभ में शामिल होने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहंच रहे हैं. मध्य प्रदेश के रहवासी भी महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. रेलवे प्रशासन भी पूरे देश से प्रयागराज पहुंचने के लिए सैकड़ों स्पेशल ट्रेन चला रहा है. भोपाल से ही प्रयागराज के लिए 40 से अधिक स्पेशन ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है. लेकिन दर्शनार्थियों की आस्था के सामने व्यवस्थाएं कमजोर पड़ रही हैं. लोगों को ट्रेन में सीट तो दूर खड़े रहने की जगह भी नहीं मिल रही है.
भोपाल के रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन पहुंच रहे 80 हजार लोग
महाकुंभ के कारण रेलवे स्टेशनों पर करीब 25 प्रतिशत यात्रियों का दबाव बढ़ गया है. महाकुंभ के पहले जहां भोपाल के 3 स्टेशनों पर 55 से 60 हजार यात्री प्रतिदिन पहुंचते थे. वहीं अब इनकी संख्या 80 हजार को पार गई है. भोपाल रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने बताया कि, ''भोपाल रेलवे स्टेशन से करीब 230, रानी कमलापति से 120 और संत हिरदाराम नगर से करीब 20 ट्रेन प्रतिदिन गुजरती हैं. इनमें से अधिकतर ट्रेन प्रयागराज की ओर जाती हैं. ऐसे में प्रयागराज की ओर जाने वाले यात्रियों का रेलवे स्टेशनों पर दबाव बढ़ा है. इसके लिए रेलवे प्रशासन भोपाल रेल मंडल से 40 से अधिक कुंभ स्पेशल ट्रेन चला रहा है.''
स्लीपर और एसी कोच में नहीं मिल रही खड़े रहने की जगह (ETV Bharat) स्पेशल ट्रेनों में भी नहीं मिल रही जगह
महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन नियमित ट्रेनों के साथ स्पेशल ट्रेन भी चला रहा है. लेकिन इन स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है. जिनका टिकट कंफर्म भी रहता है, उनको भी जनरल बोगी की तरह यात्रा करनी पड़ रही है. दरअसल प्रयागराज की ओर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की इतनी भीड़ है कि बिना रिजर्वेशन के लोग एसी और स्लीपर के डिब्बों में सफर कर रहे हैं. जिससे एसी और जनरल के डिब्बे में भी खड़े होने की जगह नहीं मिलती.
एमपी के रेलवे स्टेशनों में महाकुंभ का सैलाब (ETV Bharat) कटनी, मैहर और सतना में हेल्प डेस्क का निर्माण
जबलपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मधुर वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि, ''महाकुंभ मेला रेलवे के लिए चैलेंज और जनता की सेवा के लिए अपॉर्चुनिटी है. हमारे मंडल में 12 ऐसे स्टेशन हैं जहां माना जा रहा है कि भीड़ अधिक हो सकती है. यहां भीड़ मैनेज करने के लिए इन सभी 12 स्टेशनों पर हर विभाग के सदस्यों को काउंसिल किया गया है. हमारा स्टाफ जनता की हर समस्या के लिए तैयार रहेगा. हमने कटनी, मैहर और सतना में हेल्प डेस्क का निर्माण किया गया है. जो जबलपुर के सेंट्रल हेल्प डेस्क के कान्टेक्ट में रहेंगे. ताकी हर परिस्थिति से निपटा जा सके.''
इस वर्ष मुख्य स्नान पर्व के लिए 6 तिथियां निर्धारित हैं
- पौष पूर्णिमा- 13 जनवरी, 2025
- मकर संक्रांति- 14 जनवरी, 2025
- मौनी अमावस्या- 29 जनवरी, 2025
- बसंत पंचमी- 3 फरवरी, 2025
- माघ पूर्णिमा- 12 फरवरी, 2025
- महाशिवरात्रि- 26 फरवरी, 2025