अल्मोड़ा:उत्तराखंड के अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु डॉक्टर की ओर से फर्जी दस्तावेज बनाकर इंटर्नशिप करने का मामला सामने आया है. उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने दस्तावेजों की जांच के बाद इसकी सूचना अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को दी. काउंसिल के निर्देश पर अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने हरियाणा के प्रशिक्षु डॉक्टर के खिलाफ अल्मोड़ा कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाई है.
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सीपी भैसोड़ाने बताया कि उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल की ओर से प्रशिक्षु डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश मिले हैं. उन्होंने बताया कि हरियाणा के रहने वाले प्रशिक्षु डॉक्टर राहुल ने अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया था. वो पिछले दो महीने से इंटर्नशिप कर रहा था. उसने इंटर्नशिप के लिए जो दस्तावेज दिए थे, उसमें उसने मेरी स्टेट यूनिवर्सिटी रसियन फाउंडेशन से मेडिकल शिक्षा प्राप्त करना बताया था.
दूसरे प्रशिक्षु डॉक्टर का निकला अनुक्रमांक:प्राचार्य भैसोड़ाने बताया कि नियमानुसार विदेश से मेडिकल शिक्षा लेने वाले डॉक्टरों को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) की परीक्षा पास करनी होती है. जिसके बाद वो एक साल की इंटर्नशिप कर सकते हैं. प्रशिक्षु डॉक्टर राहुल ने इंटर्नशिप के लिए जो अनुक्रमांक दिया था, वो दस्तावेजों की जांच के बाद राजेश गुप्ता नाम के प्रशिक्षु डॉक्टर का निकला.