गिरिडीह: झारखंड सरकार में मंत्री बनकर पहली बार गिरिडीह पहुंचे विधायक सुदिव्य कुमार सोनू का जोरदार स्वागत किया जा रहा है. उनके स्वागत के लिए गठबंधन दल के कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. इसी सिलसिले में रविवार को गिरिडीह जिला कांग्रेस कार्यालय और स्टेशन रोड स्थित गुरुद्वारा में नगर विकास विभाग के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू का जोरदार स्वागत किया गया. मंत्री ने गुरुद्वारा में माथा टेका और आशीर्वाद भी लिया. यहां लोगों ने उनका अभिनंदन किया और बधाई दी.
इधर, कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्ष धनंजय सिंह के नेतृत्व में मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंत्री का फूल माला और बुके देकर स्वागत किया. इस अवसर पर मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू सम्मान पाकर काफी खुश दिखे और उन्होंने सभी के प्रति आभार जताया. अपने संबोधन में मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि कांग्रेस कार्यालय में आकर मुझे काफी गर्व महसूस हो रहा है. मैं किसी एक दल का मंत्री नहीं बल्कि पूरे महागठबंधन दल और राज्य का मंत्री हूं. महागठबंधन ने मुझे जो सम्मान दिया है, मैं किसी भी कार्यकर्ता की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचने दूंगा.
उन्होंने कहा कि बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में सड़क से सदन और मंत्री पद तक का उनका सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है. निश्चित रूप से संगठन के प्रति निष्ठा और समर्पण के साथ किया गया संघर्ष व्यर्थ नहीं जाता. यही कारण है कि बिना किसी राजनीतिक गॉडफादर के उन्हें यह सम्मान मिला है. इसलिए हर कार्यकर्ता को विश्वास रखना चाहिए कि सच्ची निष्ठा और समर्पण के साथ किया गया संघर्ष फल देता है.
उन्होंने कहा कि वे हर कार्यकर्ता को पूरा सम्मान देने का प्रयास करेंगे. मंत्री सुदिव्य कुमार ने अपने संबोधन में देश की वर्तमान राजनीति की चर्चा करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा वसुधैव कुटुंबकम की बात करती है लेकिन उनके द्वारा कुटुंब में बसने वालों को बांटने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम सनातन के शाश्वत स्वरूप और इस कुटुंब में रहने वाले हर व्यक्ति के परिवार के समान होने के शाश्वत विचार को आत्मसात करते हैं. यह देश जिस राजनीति के दौर से गुजर रहा है, उसमें संविधान में विश्वास रखने वालों को एकजुट रहने की जरूरत है.
मंत्री ने आगे कहा कि जब इतिहास में दर्ज होगा कि दिल्ली से चलने वाली गर्म हवाओं के सामने किसने सिर झुकाया और किसने सीना ताना, तब हमारा और आपका नाम भी सिर ऊंचा करके खड़े होने वालों में दर्ज होगा. उन्होंने कहा कि खास बात यह होगी कि हम आने वाली पीढ़ी को बताएंगे कि जब देश को तोड़ने की साजिशें चल रही थीं, तब हम देश को बचाने और उसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए देश को तोड़ने वाली ताकतों के खिलाफ एकजुट हुए थे.