भोपाल।मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भले ही कांग्रेस के हिस्से में हार आई हो लेकिन कांग्रेस अब अगले उपचुनाव की तैयारियों में जोर-शोर से जुट गई है. मध्यप्रदेश में जल्द ही बुधनी और विजयपुर सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. इन दोनों सीट के लिए कांग्रेस विधायकों की बड़ी फौज उतारने जा रही है. इन दोनों सीट पर बूथ मैनेजमेंट के लिए कांग्रेस 30-30 विधायकों की टोली बनाने जा रही है. कांग्रेस के यह विधायक जमीनी स्तर पर पार्टी को तैयार करेंगे.
बुधनी और विजयपुर में बाजी पलटने की कोशिश
बुधनी विधानसभा सीट केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सीट छोड़ने के बाद खाली हुई है. इस सीट पर कांग्रेस ने लगातार दो आखिरी चुनाव 1993 और 1998 में जीते थे. शिवराज सिंह चौहान अब केन्द्र में जा चुके हैं इसलिए बीजेपी की तरफ से भी इस बार इस सीट से नया चेहरा सामने होगा. यही वजह है कि कांग्रेस इस मौके को भुनाने की कोशिश में जुट गई है. यही स्थिति विजयपुर की है. इस सीट पर कांग्रेस के रामनिवास रावत लंबे समय से जीतते आ रहे हैं, जो अब बीजेपी की मोहन सरकार में दलबदल कर मंत्री बन चुके हैं.
विधायकों को मिलेगी जिम्मेदारी
बताया जा रहा है कि कांग्रेस इन दोनों सीटों पर बेहद मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ताकहते हैं कि "उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी और इसको लेकर सभी तैयारियां की जा रही हैं. पार्टी अध्यक्ष जीतू पटवारी इन दोनों सीटों पर चुनाव के लिए बूथ मैनेजमेंट पर ध्यान दे रही है. इसके लिए तय किया गया है कि पार्टी दोनों सीटों पर बूथ मैनेजमेंट की जिम्मेदारी कांग्रेस विधायकों को देगी."
कांग्रेस इसके लिए बूथ प्रबंधन के लिए 30-30 विधायकों को जिम्मेदारी सौंपेगी. इससे बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने, सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपने और स्थानीय स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बनाना आसान होगा. यह विधायक ही क्षेत्र में प्रचार की कमान भी संभालेंगे. सभी मौजूदा विधायकों के अलावा पूर्व विधायकों और बाहरी कार्यकर्ताओं को भी संपर्क अभियान में जुटाया जाएगा.