बीजापुर: गंगालूर आवासीय छात्रावास पोटाकेबिन में 12वीं की छात्रा के बच्चे को जन्म देने की घटना पर कांग्रेस लगातार भाजपा सरकार को घेर रही है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है. बालोद विधायक संगीता सिन्हा को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. शुक्रवार को संगीता सिन्हा के नेतृत्व में आठ सदस्यीय जांच समिति गंगालूर बालिका छात्रावास पहुंची.
8 सदस्यीय जांच दल पहुंचा गंगालूर: महिला विधायकों ने पीड़िता छात्रा से मुलाकात की और घटना की जानकारी ली. जांच दल ने पोटाकेबिन का भी निरीक्षण किया. वहां मौजूद टीचर्स सहित दूसरे बच्चों से भी बात की. वहां से वापस लौटने के बाद जांच समिति ने बीजापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और घटना को शर्मसार बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की.
हॉस्टल में बड़ी लापरवाही, कोई अधिकारी नहीं लेते सुध: बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने कहा- "गंगालूर आश्रम में बड़ी लापरवाही हो रही है. रजिस्टर मैंटेन नहीं किया जाता. वहां की बच्चियां डरी सहमी हैं. अधीक्षिका का कहना है कि बच्ची के गर्भवती होने की कोई पहचान नजर नहीं आई जबकि बच्चियों का कहना है कि बच्ची का पैर सूजा हुआ था, चेहरे में सूजन थी. लेकिन अधीक्षिका सिर्फ मामूली दवाई दे रही थी."
बच्ची ने बताया कि वह खुद अकेले हॉस्पिटल गई और चेकअप कराया. हॉस्पिटल से फोन करने के बाद अधीक्षिका हॉस्पिटल पहुंची. हॉस्टल में सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही चल रही है. कोई अधिकारी हॉस्टल में जांच करने नहीं पहुंचते. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए -संगीता सिन्हा, बालोद विधायक
साय सरकार पर मंडावी का हमला: भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मंडावी ने बीजापुर के गंगालूर में पोटाकेबिन की घटना को लेकर साय सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है आदिवासी बेटियां असुरक्षित है. मंडावी ने नारायणपुर के सरकारी स्कूल में छात्रों के साथ हेडमास्टर सहित टीचरों के छेड़छाड़ का मुद्दा भी उठाया और मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की.