राजनांदगांव: राजनांदगांव में मिशन साइबर सुरक्षा मिशन चलाया जा रहा है. इसी के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस ने 7 म्यूल बैंक खाताधारकों और 5 सप्लायर यानी कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने एसपी ऑफिस में एक प्रेसवार्ता की और पूरे मामले का खुलासा किया. एसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने पैसों के लालच में आकर अपने अकाउंट साइबर फ्रॉड सिंडिकेट को बेचा है.
म्यूल एकाउंट क्या है: म्यूल एकाउंट ऐसे बैंक अकाउंट है जिनका इस्तेमाल फ्रॉड या फिर किसी दूसरे अपराध से मिले पैसों को जमा करने के लिए किया जाता है. इसके लिए खाता धारकों को उनके खाते यूज करने के लिए रुपयों का लालच दिया जाता है. कई बार जानबूझकर और कई बार अनजाने में लोग इसका शिकार हो जाते हैं.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा घुमका में 11 म्यूल बैंक अकाउंट: एसपी गर्ग ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि राजनांदगांव पुलिस को बीते दिनों घुमका थाना क्षेत्र में सायबर अपराधों के लिए यूज करने वाले म्यूल अकाउंट की जानकारी मिली थी. जिसकी जांच पुलिस कर रही थी. जांच में पुलिस को इस बात का पता चला कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा घुमका में 11 बैंक खातों का उपयोग साइबर क्राइम में किया जा रहा है. जिसमें 9 लाख 58 हजार 718 रुपये की राशि आई थी. लेकिन जब इन खातों की बारीकी से जांच की गई तो पता चला कि इन खातों में 2 करोड़ 37 लाख 49519 रुपये का संदेहास्पद ट्रांजैक्शन हुआ है.
एसपी ने बताया कि म्यूल बैंक अकाउंट 11 खाता धारकों में से 7 को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. सातों आरोपी खाताधारक घुमका, राजनांदगांव के रहने वाले हैं. 5 खाता धारकों का तलाश की जा रही है. पकड़े गए 5 सप्लायर दुर्ग के रहने वाले हैं. सभी के बैंक खाते सीज किए गए हैं. उनके मोबाइल जब्त किए गए हैं.
साइबर फ्रॉड के खिलाफ राजनांदगांव पुलिस: पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है. पता लगाया जा रहा है साइबर फ्रॉड में जो पैसा लगाया गया है वो कहां से आया, इसकी भी जांच की जा रही है. एसपी ने आम लोगों से अपील है कि किसी भी लालच में आकर अपना खाता, एटीएम, सिमकार्ड ना दें. ऐसी कोई भी जानकारी होने पर तुरंत उसकी जानकारी पुलिस को दी. यदि ऐसा कोई करता है तो साइबर क्राइम के मामले में संबंधित पर भी कार्रवाई की जाएगी.