सुखविंदर सिंह सुक्खू, सीएम (ETV Bharat) शिमला: हिमाचल की शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र भरा. इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी, कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान, अनिरुद्ध सिंह, ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर मौजूद रहे.
विनोद सुल्तानपुरी के नामांकन दाखिल करने के बाद सीएम सुक्खू ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान सीएम ने कहा कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन भरा है. इसके बाद अब जनता की अदालत में जाने का समय है. ये चुनाव लोकतंत्र के भविष्य और देश की राजनीति की दिशा को तय करने का चुनाव है. बीजेपी ने जनता की भावनाओं का सौदा किया है, उन्हीं की वजह से एक बार फिर 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में जनता की अदालत में जाना पड़ रहा है.
इस दौरान सीएम ने कहा कि जनभावना से खिलवाड़ करने वालों को मुंह की खानी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को वोट की ताकत से सत्ता से बाहर किया था, लेकिन उसी भाजपा ने नोट के दम पर लोकतांत्रिक सरकार को गिराने के लिए असफल षड्यंत्र रचा है.
ये भी पढ़ें:बीजेपी कैंडिडेट अनुराग ठाकुर ने भरा नामांकन, पांचवीं बार जीत का किया दावा, कांग्रेस पर साधा निशाना
अपना गणित सुधार लें जयराम:
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए अपना गणित सुधारने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर भाजपा को सत्ता में लाने का सपना संजोए हुए हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को ये भी बताना होगा कि वह किस संख्या बल के हिसाब से सत्ता में आ रहे हैं. सुक्खू ने कहा कि अभी 62 सदस्यों का हाउस है. भाजपा उपचुनाव में अगर सभी सीटें जीत भी जाती है तो, उस हिसाब से भी सदन में भाजपा विधायकों की संख्या 31 होगी. वहीं, कांग्रेस के पास पहले ही 34 विधायक हैं.
सीएम ने कहा अभी निर्दलीय विधायकों की सीटों पर उपचुनाव होना है. ये पता नहीं कब तक होगा. ऐसे में जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री की शपथ के लिए जो कोट सिलने को दिया था. वह कोट अब उसी दर्जी के पास रहेगा. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस एक बार फिर 15 माह के कार्यकाल को लेकर जनता की अदालत में जा रही है और उम्मीद है कि जनता कांग्रेस को अपना समर्थन देगी.
वहीं, शिमला संसदीय सीट से प्रत्याशी विनोद सुलतानपुरी ने कहा कि वह जनता की अदालत में जा रहे हैं जिसका परिणाम 4 जून को कांग्रेस के पक्ष में आएगा. उन्होंने कहा कि देश की जनता खुद इस चुनाव में पीएम मोदी को जवाब देगी.
विनोद सुलतानपुरी का जीवन परिचय व चुनावी सफर:
विनोद सुल्तानपुरी राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं. उनको कसौली विधानसभा क्षेत्र से पिता केडी सुल्तानपुरी से विरासत में राजनीति मिली है. उनके पिता केडी सुल्तानपुरी शिमला संसदीय सीट से 6 बार सांसद रहे चुके हैं. 3 फरवरी 1982 में जन्मे विनोद सुल्तानपुरी ने द लॉरेंस स्कूल सनावर से पढ़ाई की है. इसके बाद सुल्तानपुरी ने वकालत की डिग्री हासिल की. वह कॉलेज के समय से ही एनएसयूआई के साथ जुड़े थे.
2 बार विधानसभा चुनाव में मिली हार:
विनोद सुल्तानपुरी ने पहली बार साल 2012 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर कसौली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और मात्र 24 वोटों से चुनाव हार गए. इसके बाद साल 2017 में इसी सीट पर अपना दूसरा विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार भी किस्मत ने विनोद सुल्तानपुरी का साथ नहीं दिया और 442 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए. इससे पूर्व विनोद सुल्तानपुरी साल 2003 में यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव भी रहे. वर्तमान में विनोद सुल्तानपुरी कसौली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. उन्होंने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल को हराया था.
ये भी पढ़ें:विधानसभा चुनाव में भारी मतों के अंतर से चुनाव जीते थे ये विधायक, अब लोकसभा चुनाव में दांव पर है साख