मेलबर्न: मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में अपनी खराब कप्तानी के साथ 'हिटमैन' बल्ले से भी खराब फॉर्म में हैं. जिसकी वजह से चयनकर्ता रोहित को अब टेस्ट टीम की प्लेइंग इलेवन में भी रखने के बारे में विचार कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो टी20 विश्व कप विजेता कप्तान का सिडनी टेस्ट आखिरी टेस्ट हो सकता है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वह कब और कैसे संन्यास की घोषणा करेंगे.
कप्तान रोहित शर्मा ले सकते हैं संन्यास
अब सवाल यह है कि अगर सिडनी टेस्ट में जीत और उसके बाद श्रीलंका-ऑस्ट्रेलिया सीरीज का नतीजा भी भारत के पक्ष में जाता है तो फिर रोहित का क्या होगा? टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस मुद्दे पर बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों और चयनकर्ताओं के बीच विस्तृत चर्चा हुई है. अगर भारत WTC फाइनल में पहुंचता है तो भी वे रोहित को टीम में रखने के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में रोहित चयनकर्ताओं से अपील करेंगे कि उन्हें फाइनल टीम में रखा जाए और अगर उनकी अपील स्वीकार नहीं की गई तो भारतीय कप्तान सिडनी में सफेद जर्सी में अपना आखिरी मैच खेलते नजर आएंगे.
कप्तान रोहित का टेस्ट में खराब प्रदर्शन जारी
आंकड़े कहते हैं कि रोहित का घरेलू मैदान पर पिछली बांग्लादेश सीरीज से लेकर अब तक 15 पारियों में कुल स्कोर सिर्फ 164 है. औसत दस से थोड़ा ज्यादा है. सिर्फ मौजूदा ऑस्ट्रेलिया सीरीज के आंकड़े ज्यादा भयावह हैं. जसप्रीत बुमराह ने मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक 30 विकेट लिए हैं. रोहित के पांच पारियों में रन की संख्या उनसे सिर्फ एक ज्यादा यानी 31 है.
कुल मिलाकर अगर भारत किसी तरह फाइनल में पहुंच भी जाता है तो रोहित चयनकर्ताओं के अंतिम विचारों में नहीं हैं. और अगर सिडनी टेस्ट में जीत के अलावा नतीजा कुछ और रहा तो सूत्रों का कहना है कि रोहित अपना टेस्ट करियर वहीं खत्म कर देंगे. हालांकि मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित ने संन्यास का कोई संकेत नहीं दिया. लेकिन यह साफ है कि वह निराश जरूर हैं.
बॉक्सिंग टेस्ट हारने के बाद रोहित ने क्या कहा?
बॉक्सिंग टेस्ट हारने के बाद उन्होंने कहा, 'निस्संदेह, कुछ नतीजे हमारे पक्ष में नहीं गए. एक कप्तान के तौर पर जो निराशाजनक है, एक बल्लेबाज के तौर पर भी. मैं बहुत सी चीजें करने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है. मानसिक तौर पर यह घटना दुखद है. यहां आने के बाद अगर आप जो चीजें सफलतापूर्वक करना चाहते हैं, लेकिन नहीं हो पाती हैं, तो निराशा होगी.'