रायपुर :छत्तीसगढ़ सरकार बीजापुर क्षेत्र में कैंप लगाने और नक्सलियों को मार गिराने को जवानों की जीत बता रही है. वहीं विपक्ष में बैठी कांग्रेस बीजेपी सरकार की नक्सली को लेकर स्पष्ट नीति न होने का आरोप लगा रही है. यहां तक की लोकसभा चुनाव पर भी यह मुद्दा असर डाल सकता है. वहीं नक्सल एक्सपर्ट का दावा है कि जब-जब नक्सली क्षेत्र में सीआरपीएफ के कैंप लगते हैं. उस दौरान नक्सली अपनी उपस्थिति दर्ज कराने इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं. क्योंकि कैंप लगने से कहीं ना नक्सलियों पर दबाव बनता है.
जवानों की है जीत :नक्सली मुठभेड़ को लेकर को लेकर उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि यह जवानों की बहुत बड़ी जीत है. जहां मुठभेड़ हुई है. वह कोई पुलिस का कैंप नहीं है. बल्कि यह विकास का कैंप है. इस कैंप के पीछे बिजली, पानी ,सड़क ,राशन की दुकान, आंगनबाड़ी ,प्राथमिक शालाएं, गैस का सिलेंडर, उज्जवला गैस के कनेक्शन, यह सब कुछ पहुंचता है. इसके बिना उस क्षेत्र में पूरी जनता के लिए यह सारी सुविधाएं पहुंचना असंभव है. इसलिए यह कैंप विकास के कैंप है. कल की घटना की बात की जाए तो जवानों ने एक बड़ी जीत हासिल की है, उस स्थान पर जहां पर जाना संभव नहीं था.वहां कैंप स्थापित हुआ है.
पिछली सरकार पर आरोप :वही पिछले कुछ दिनों में लगातार बढ़ रही नक्सली घटनाओं को लेकर विजय शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का रायपुर प्रवास ,उनकी स्पष्ट नीतियां, उनके माध्यम से जो अभियान चलाए जा रहे हैं, छत्तीसगढ़ सरकार की सफल स्पष्ट नीति है. यदि पिछली बार के आंकड़े की बात की जाए तो पिछले पूर्ववर्ती सरकार के दौरान 209 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना 5 साल तक एक भी ईंट नहीं रखी गई.
''पिछली सरकार में विकास के काम आगे नहीं बढ़े. शहरों के पास तक नक्सलियों का जमावड़ा शुरू हो गया था. हमारी सरकार चर्चा के लिए हर क्षण पर तैयार है.किसी भी माध्यम से तैयार है. हमारे नौजवान भटक गए हैं उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए कभी भी बातचीत की जा सकती है. लेकिन समाज को बहुत दर्द हो चुका है.'' विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री, छत्तीसगढ़