झज्जर: अरब सागर में हुए हेलीकाप्टर क्रैश में झज्जर के जवान कर्ण शहीद (Karn Singh martyred) हो गए. 13 साल पहले कर्ण कोस्ट गॉर्ड में भर्ती हुए थे. उनके शहीद होने की खबर सुनकर झज्जर के डावला गांव में सन्नाटा पसर गया है. गांव के सरपंच प्रतिनिधि सतबीर सिंह ने इस बात की जानकारी है. उन्होंने बताया कि कर्ण को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने में महारथ हासिल थी. उन्हें पोरबंदर में जिम्मेदारी मिली थी.
झज्जर का जवान शहीद: भारतीय तट रक्षा दल में कोस्ट गार्ड की भूमिका में तैनात कर्ण सिंह को हेलीकॉप्टर से लोगों को रेस्क्यू करने में महारत हासिल थी. कर्ण की इसी खूबी के कारण भारतीय तट रक्षक दल के डीजीपी ने उन्हें समुद्र में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने की जिम्मेदारी सौंप थी. हेलीकॉप्टर को सोमवार रात 11 बजे पोरबंदर से करीब 45 किलोमीटर दूर भारतीय ध्वज वाले मोटर टैंकर हरि लीला पर कर्ण को गंभीर रूप से घायल क्रू मेंबर का रेस्क्यू करने भेजा था.
हेलीकॉप्टर क्रैश से हादसा: इस दौरान हेलीकॉप्टर को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. संतुलन बिगड़ने से हेलीकॉपटर समुद्र में गिर गया. इस हादसे में कर्ण शहीद हो गए. कर्ण एक साधारण परिवार से संबंध रखते थे. उनके परिवार में दूर-दूर तक कोई किसी भी तरह की भारतीय सेना में शामिल नहीं था. वो परिवार के एकमात्र थे, जो बचपन से ही अपनी गोताखोरी के हुनर को आगे बढ़कर भारतीय तटरक्षक दल में भी गोताखोर के रूप में शामिल हुए.