भिवानी: इस ठिठुरती सर्दी में न केवल लोगों को बल्कि जानवरों को भी परेशानी हो रही है. गौवंश को सर्दी से बचाने के लिए पशुपालन व डेयरी विभाग विभाग मुस्तैद हो गया है. भिवानी जिला के उपनिदेशक डॉ. रविंद्र सहरावत ने सभी पशु चिकित्सकों को हिदायत जारी कर दी है. उन्होंने कहा कि वे गौशाला प्रबंधकों से मिलकर गायों को सर्दी से बचाने के लिए उपयुक्त उपाय करवाएं और जिन गोवंश को उपचार की जरूरत है, उन पशुओं का समय पर उपचार करें और गोवंश की जान बचाए.
गोवंशों को ठंड से बचाएं: इसी कड़ी में पशु चिकित्सक डॉ. विजय सनसनवाल ने आज भिवानी के गौशाला ट्रस्ट की गायों को ठंड से बचाने के उपायों की समीक्षा की ओर वहां कार्यरत कर्मचारियों को गायों को ठंड से बचाने के उपाय भी बताए. उन्होंने कहा कि गौशालाओं में शेड बने हुए हैं. जालियां लगी हुई है. उन जालियों पर तिरपाल इत्यादि बांधकर रखें. पशुओं को शेड में मूत्र-गोबर इत्यादि को एकत्रित ना होने दें. धूप निकलने पर तिरपाल को हटाकर शेड में हवा भी गुजरने दें. जिससे शेड में बदबू नहीं होगी.
गोवंशों के लिए व्यापक प्रबंध: पशुओं के खाने में सूखे तूड़े का अधिक उपयोग करें. फर्श पर भी बचा हुआ तूड़ा डालकर रखें. जिससे बैठने का स्थान गर्म रहेगा. डॉ. विजय सनसनवाल ने कहा कि सर्दी जिस प्रकार से मनुष्य को प्रभावित करती है, उसी प्रकार से गोवंश को भी प्रभावित करती है. ऐसे में इस ठिठुरती सर्दी से गोवंश को बचाने के लिए पशुपालन विभाग दिए गए उपायों का सख्ती से पालन करना होगा. इस मौके पर भिवानी के महम रोड़ स्थित गौ सेवा ट्रस्ट के प्रधान मोहनलाल बुवानीवाला ने कहा कि गौवंश को सर्दी से बचाने से उनके द्वारा सभी व्यापक प्रबंध किए हुए है.
गौशालाओं के लिए एडवाइजरी जारी: इसके अलावा, पशुपालन विभाग द्वारा गोवंश को सर्दी से बचाने के सभी उपायों का सख्ती से पालन किया जा रहा है. इस मौके पर गौशाला विस्तारक अधिकारी मोहनलाल ने बताया कि उन्होंने गायों को सर्दी से बचाने के लिए विशेष प्रबंध किए हुए हैं. उन्होंने पशुपालन विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी को पूरी तरह से गौशाला में लागू कर रखा है. उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सक डॉ. विजय सनसनवाल गायों को ठंड से बचाने के जो तरीके बताते है. वे सभी अपना लिए जाते हैं, जिससे उनका गोवंश सुरक्षित रहता है.
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