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भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया कार्रवाई का राज्यभर में विरोध, सीएम हेमंत सोरेन का जलाया पुतला - CM effigy was burnt

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 25, 2024, 7:40 AM IST

Updated : Aug 25, 2024, 7:53 AM IST

Demonstration by bjp workers. रांची में भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज और बर्बरतापूर्ण कार्रवाई किए जाने का राज्यभर में विरोध किया जा रहा है. जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ता जुलूस निकालकर सीएम हेमंत सोरेन का पुतला जला रहे हैं और सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे हैं.

CM EFFIGY WAS BURNT
सीएम का पुतला जलाते भाजपा कार्यकर्ता (ईटीवी भारत)

साहिबगंज/देवघर: नगर मंडल भाजपा ने राजमहल विधायक अनंत ओझा के उपस्थिति में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के गांधी चौक पर नगर थाना के समीप मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया. इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई. ये लोग 23 अगस्त को रांची में भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का विरोध कर रहे थे.

साहिबगंज में बीजेपी कार्यकर्ता सीएम का पुतला जलाते हुए (ईटीवी भारत)

राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि जब राज्य के युवा रोजगार को लेकर सड़क पर लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बातों को रखते हैं उन पर हेमन्त सोरेन सरकार द्वारा लाठी डंटे के सहारे उनकी आवाज को दबाया जाता हैं. पांच साल लगभग बीत जाने के बाद अभी तक ना युवाओं को रोजगार मिला ना बेरोजगारी भत्ता. हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली सरकार ने सत्ता में आने के लिए 2019 में राज्य के पढ़े लिखे युवाओं को ठगने का काम किया है. अनुबंध शब्द को ही राज्य से हटा देने की बात कहने वाले हेमंत सोरेन की सरकार के लगभग पांच वर्षों में जहां युवाओं को नौकरी और रोजगार नहीं मिला, वहीं अनुबंधकर्मियों का सपना भी टूट गया है. नौकरी नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता देने का वादा भी खोखला साबित हुआ है.

देवघर में बीजेपी कार्यकर्ता सीएम का पुतला जलाते हुए (ईटीवी भारत)

देवघर में भी भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखने को मिला. विधायक नारायण दास के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और इस्तीफा देने की मांग की. बीजेपी विधायक नारायण दास ने कहा कि 23 अगस्त को जिस प्रकार से रांची की पुलिस ने युवाओं की समस्या पर निकाली गई रैली में शामिल कार्यकर्ताओं पर हमला किया है, वह शर्मनाक है. सरकार युवाओं से बोलने का अधिकार छीन रही है. इसलिए 23 अगस्त को आंसू गैस, लाठीचार्ज और जहरीली गोलियां छोड़कर कार्यकर्ताओं को घायल कर उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई.

विधायक नारायण दास ने कहा कि सरकार की इस तरह की कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि सरकार अपनी कमियों को सुनना नहीं चाहती. विधायक नारायण दास ने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का जो वादा किया था, स्थानीय नीति को परिभाषित करने की जो बात कही थी. नौकरी में 60-40 पर जो निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया था. आज सभी वादे ठंडे बस्ते में चले गए. इसलिए देवघर के युवाओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर अपने हक की मांग की और आक्रोश जताया है.

Last Updated : Aug 25, 2024, 7:53 AM IST

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