रायपुर: छत्तीसगढ़ में दक्षिण पश्चिम मानसून ने 8 जून को दस्तक दे दी थी. लेकिन शुरुआती दिनों में बारिश नहीं होने के कारण बारिश का आंकड़ा थोड़ा कम था. जुलाई महीने के शुरुआती दिनों में बारिश अपने तेवर नहीं दिखा सकी लेकिन धीरे धीरे बारिश अच्छी हुई. सावन की शुरुआत होने के पहले 18 जुलाई से हुई झमाझम और भारी बारिश की वजह से बारिश की कमी का कोटा पूरा हो गया. प्रदेश में इस बार सामान्य से 6 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है.
छत्तीसगढ़ में इस साल कितनी बारिश: 26 सितंबर 2024 तक छत्तीसगढ़ में बारिश ने 1200 मिलीमीटर के लेवल को पार कर दिया है.. पिछले डेढ़ दशक यानी 15 सालों में पांचवीं बार 1200 मिलीमीटर के आंकड़े को बारिश ने पार किया है. अच्छी बारिश से किसानों की फसल भी इस साल अच्छी होने की उम्मीद है.
अक्टूबर में हो सकती है मानसून की विदाई: मौसम वैज्ञानिक गायत्री वाणी कांचीभोटला ने बताया कि साल 2024 में अगस्त के सेकंड वीक से ला नीनो फैक्टर के कारण लगातार बारिश हुई. प्रदेश में मानसून लौटने तक बारिश की संभावना बनी रहती है. अक्टूबर के महीने में छत्तीसगढ़ से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई होगी, लेकिन अभी तक तिथि की घोषणा मौसम विभाग ने नहीं की है. पश्चिमी राजस्थान से दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी हो चुकी है.
साल 2011 में 17 जून को मानसून ने दस्तक दी. पूरे बारिश के सीजन में 1212.2 मिमी बारिश हुई.
साल 2012 में 18 जून को मानसून ने दस्तक दी. सीजन में 1230.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज
साल 2013 में 9 जून को बारिश ने दस्तक दी, 1229 मिलीमीटर बारिश हुई
साल 2014 में 19 जून को प्रदेश में मानसून ने दस्तक दी. 1129.9 मिलीमीटर बारिश
साल 2015 में 14 जून को मानसून ने प्रदेश में दस्तक दी. पूरे बारिश के सीजन में 959.6 मिलीमीटर बारिश