पटना: पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और उनके बेटे ओसमा की लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद बिहार में सियासी हलचल बढ़ी हुई है. पिछले कई लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद हिना शहाब परेशान है. मुस्लिम वोट छिटकने के कारण लालू यादव भी परेशान हैं. इसलिए विधानसभा चुनाव 2025 की रणनीति दोनों तरफ से तैयार हो रही है.
मुस्लिम वोट में डेंटः राजनीति के जानकारों की मानें तो एआईएमआईएम की एंट्री से लालू-तेजस्वी के लिए मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. 'माय' समीकरण में डेंट लगा है, तो ऐसे में मुस्लिम वोट बैंक साधने की कोशिश हो रही है. आरजेडी का कोर वोट बैंक माय (MY )माना जाता रहा है. एआईएमआईएम के आने से और शहाबुद्दीन परिवार के राजद से दूर जाने के कारण इस वोट बैंक पर असर पड़ा है. बिहार में 17% के करीब मुस्लिम आबादी है. बिहार के तीन दर्जन विधानसभा सीट ऐसे हैं जो मुस्लिम बहुल माना जाता है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञः राजनीतिक विश्लेषक भोलानाथ का कहना है कि लालू प्रसाद यादव की तरफ से ज्यादा प्रयास हो रहा है, इसलिए मुलाकात तीसरे स्थान पर हुई है. लालू प्रसाद यादव का वोट बैंक MY ही रहा है. सिवान में लालू प्रसाद यादव को लगता है कि हिना के कारण मुसलमानों में नाराजगी है और इसलिए उन्हें मनाने की कोशिश हो रही है. राजद ने जिस प्रकार से शहाबुद्दीन परिवार के साथ व्यवहार किया है उससे उनमें नाराजगी है. यदि हिना शहाब से तालमेल होता है तो न केवल सिवान में बल्कि सीमांचल में भी इसका असर पड़ेगा.
जख्म पर मरहम लगाने की कोशिशः एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल इमान का कहना है हिना शहाब उस शहाबुद्दीन की पत्नी है जिन्होंने राजद की स्थापना में अपनी जान लगा दी थी. लेकिन उनके साथ क्या हुआ. अंतिम समय में भी राजद के लोग उन्हें देखने नहीं गए. जिन्होंने जख्म दिया मरहम लगाने की कोशिश कर रहे हैं. अब उन्हें लगता है माय समीकरण में टूट हुई है, तो यह मुलाकात हैरत वाला जरूर है. देखना है हिना शहाब को जो लॉलीपॉप दिया जा रहा है उस पर कितना तैयार होती है.
"17 महीने के शासन में उन्होंने (तेजस्वी यादव) कभी भी मुसलमानों की बात नहीं की. सीमांचल काउंसिल बनाने की बात कही थी. जब सरकार में आए तो मुसलमानों के लिए उन्होंने कोई काम नहीं किया. सिर्फ सत्ता कैसे मिल जाए इसी में लगे हैं."- अख्तरुल इमान, प्रदेश अध्यक्ष, एआईएमआईएम
MY समीकरण की ताकत का अहसासः हिना शहाब, अगर आरजेडी से तालमेल करती है तो तय है सिवान और उसके आसपास के कई विधानसभा सीटों पर सीधा असर डालेंगी. राजद और महागठबंधन को तो फायदा होगा ही हिना शहाब को भी लाभ मिलेगा. साथ ही सीमांचल में जिस प्रकार से एआईएमआईएम अपनी पैठ बढ़ा रहा है उस पर भी लगाम लग सकेगा. लालू यादव MY समीकरण के सहारे राजनीति करते रहे हैं. लालू यादव पूरी कोशिश कर रहे हैं एमवाई समीकरण की ताकत आरजेडी को पहले की तरह प्राप्त हो जाय.