जयपुर : राजस्थान विधानसभा के सदन में पूर्व मंत्री और कोटा (उत्तर) विधायक से शांति धारीवाल द्वारा अपशब्द कहने के मामले में निम्बाहेड़ा से भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई है. उन्होंने स्पीकर से कड़ी कार्रवाई की मांग रखी है. स्पीकर देवनानी ने कहा कि यह निंदनीय है. वो पूरा वीडियो देखकर इस पर फैसला लेंगे.
श्रीचंद कृपलानी ने स्पीकर को संबोधित कर कहा कि आज दिन में सदन में पूर्व नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल जब बोल रहे थे, तो उन्होंने आसन के लिए अपशब्द का प्रयोग किया और कोटा आ जाना देख लेने की बात कही. कृपलानी ने कहा कि वे उसी समय खड़े हुए, लेकिन किसी ने इस पर आपत्ति नहीं की.
शांति धारीवाल द्वारा अपशब्द कहने का मामला, कृपलानी की मांग पर स्पीकर बोले- यह निंदनीय, वीडियो देखकर लेंगे फैसला - Shanti Dhariwal abused in assembly - SHANTI DHARIWAL ABUSED IN ASSEMBLY
राजस्थान विधानसभा के सदन में पूर्व मंत्री और कोटा (उत्तर) विधायक शांति धारीवाल द्वारा अपशब्द कहने के मामले में निम्बाहेड़ा से भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई. उन्होंने कड़ी कार्रवाई की मांग रखी है.
Published : Jul 26, 2024, 10:35 PM IST
कृपलानी ने कहा कि इस तरह की असंसदीय भाषा राजस्थान विधानसभा की गरिमा को गिरा रही है. उन्होंने मांग की कि शांति धारीवाल के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना नहीं हो. स्पीकर प्रोफेसर वासुदेव देवनानी ने कहा कि वास्तव में यह गंभीर, निंदनीय और शर्मनाक बात है. इस तरह की इस सदन की परंपरा भी नहीं रही है. उन्होंने कहा कि वे इस पूरे मामले पर वीडियो देखकर कार्रवाई करेंगे.
धारीवाल ने बोले अपशब्द : दरअसल, जब शांति धारीवाल बोल रहे थे. तब आसन पर सभापति संदीप शर्मा थे. संदीप शर्मा कोटा दक्षिण से विधायक हैं. उन्होंने समय की दुहाई देकर शांति धारीवाल को अपना वक्तव्य खत्म करने को कहा. इस पर धारीवाल ने 5 मिनट और मांगे. उन्होंने इसमें यह कहते हुए असमर्थता जताई कि आज बोलने वाले सदस्यों की सूची लंबी है. इस पर शांति धारीवाल ने अपशब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने सभापति संदीप शर्मा से कहा कि कोटा से हो. कोटा में रहना है कि नहीं. हालांकि, इस दौरान शांति धारीवाल और सभापति संदीप शर्मा दोनों आपस में मुस्कुराते हुए बात करते नजर आए. सदन में जब शांति धारीवाल अपना वक्तव्य दे रहे थे. तब भी उनके मुंह से अपशब्द निकल गए. उन्होंने कहा कि जिन्होंने गड़बड़ी की है, उन्हें पकड़ो और सस्पेंड करो.