शिमला:हिमाचल में पिछले कुछ समय से शिमला के संजौली में मस्जिद में हुआ अवैध निर्माण काफी विवादों में रहा है. इसी साल मल्याणा क्षेत्र में 30 अगस्त को दो समुदायों के बीच मारपीट की घटना हुई थी. आरोप है कि मारपीट करने वाले विशेष समुदाय के 6 आरोपियों में से कुछ लोगों ने भागकर इसी मस्जिद में शरण ली थी. जिसके विरोध में कांग्रेस पार्षद नीटू ठाकुर ने सैकड़ों लोगों के साथ संजौली मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया.
अवैध निर्माण को हटाने के ऑर्डर
मामले ने तूल पकड़ा और संजौली मस्जिद में हुए अवैध निर्माण की बात निकल कर सामने आई. जिसके बाद मस्जिद के अवैध निर्माण को हटाने को लेकर हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन भी किया. इस बीच मस्जिद कमेटी ने खुद कमिश्नर की कोर्ट में अवैध निर्माण को तोड़ने की अनुमति मांगी थी. वहीं, कमिश्नर कोर्ट के तीन महीने में अवैध निर्माण को हटाने के ऑर्डर के बाद सोमवार से अवैध निर्माण को तोड़ने का काम शुरू हो गया है, लेकिन इस बीच मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने कहा कि अवैध हिस्से को गिराने के लिए हमारे पास पर्याप्त फंड नहीं है. जैसे-जैसे फंड उपलब्ध होगा मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराया जाता रहेगा. इस पर सुक्खू सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
अवैध निर्माण गिराने का किया स्वागत
ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा है, "संजौली में एक समुदाय ने मस्जिद में अवैध निर्माण किया था, जिसे समुदाय के लोगों ने खुद ही गिराने का फैसला लिया है. ये बहुत अच्छी बात है. इस कदम का हम स्वागत करते हैं."