हैदराबाद: क्रिकेट में सबसे दुर्लभ घटनाओं में से एक घटना जिम्बाब्वे और आयरलैंड बीच खेले जाने वाले टेस्ट मैच में उस वक्त घटी, जब डेब्यू करने वाले खिलाड़ी को ही टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी सौंप दी गई. दरअसल गुरुवार, 6 फरवरी को बुलावायो में आयरलैंड और जिम्बाब्वे के बीच टेस्ट मैच शुरू हुआ और उस मैच में डेब्यू करने वाले जॉनथन कैंपबेल को जिम्बाब्वे की कप्तानी करने का सम्मान मिला.
कैंपबेल जिम्बाब्वे के महान खिलाड़ी एलिस्टेयर कैंपबेल के बेटे हैं
27 वर्षीय जॉनथन कैंपबेल जिम्बाब्वे के महान खिलाड़ी एलिस्टेयर कैंपबेल के बेटे हैं. उन्होंने ने जिम्बाब्वे के लिए 60 टेस्ट मैच खेले हैं और दो शतकों के साथ 27.21 की औसत से 2858 रन बनाए हैं. इसके अलावा, एलिस्टेयर ने 1992 से 2003 के बीच 188 वनडे मैचों में भी अपने देश का प्रतिनिधित्व किया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8,000 से ज़्यादा रन बनाए.
एलिस्टेयर ने 21 टेस्ट मैचों में जिम्बाब्वे का नेतृत्व किया, लेकिन उनमें से सिर्फ़ दो में जीत हासिल कर पाए, जबकि 12 में हार का सामना करना पड़ा, जबकि 7 मैच ड्रॉ रहे. ये दो जीत 1998 में भारत और पाकिस्तान के खिलाफ मिली थीं.जिम्बाब्वे के लिए 60 टेस्ट और 188 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 1992 से 2003 के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8,000 से अधिक रन बनाए.
🚨 𝗧𝗘𝗔𝗠 𝗡𝗘𝗪𝗦: Zimbabwe captain Craig Ervine has withdrawn from the one-off Test against Ireland due to a family emergency. Johnathan Campbell, making his Test debut, will lead the side. A proven leader at the domestic level, Campbell brings exciting energy and has been… pic.twitter.com/T4cqGji4a3
— Zimbabwe Cricket (@ZimCricketv) February 6, 2025
जिम्बाब्वे क्रिकेट ने क्या कहा?
कैंपबेल को यह जिम्मेदारी इस वजह से दी गई क्योंकि उनके नियमित कप्तान क्रेग एर्विन पारिवारिक कारणों की वजह से अंतिम समय में टेस्ट से हटने के फैसला किया. जिम्बाब्वे क्रिकेट ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा, 'जिम्बाब्वे के कप्तान क्रेग एर्विन ने पारिवारिक आपातकाल के कारण आयरलैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट से नाम वापस ले लिया है. टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे जॉनथन कैंपबेल टीम की कमान संभालेंगे. घरेलू स्तर पर कैंपबेल शानदार फॉर्म में हैं.'
टेस्ट डेब्यू में कप्तानी करने वाले दूसरे जिम्बाब्वे क्रिकेटर
बता दें डेव ह्यूटन के बाद कैंपबेल डेब्यू पर टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले केवल दूसरे जिम्बाब्वे के क्रिकेटर बन गए हैं. डेव ने 1992 में हरारे में भारत के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में टीम की कप्तानी की थी. वह पिछले 50 वर्षों में टेस्ट डेब्यू पर कप्तानी करने वाले केवल तीसरे खिलाड़ी भी बने, जिसमें वे खिलाड़ी शामिल नहीं हैं जिन्होंने अपने देश के पहले टेस्ट मैच का नेतृत्व किया था.
टेस्ट डेब्यू पर कप्तानी करने वाले खिलाड़ी
1995 - ली जर्मन (न्यूजीलैंड बनाम भारत)
2024 - नील ब्रांड (दक्षिण अफ्रीका बनाम न्यूजीलैंड)
2025 - जॉनाथन कैंपबेल (जिम्बाब्वे बनाम आयरलैंड)
21वीं सदी में, केवल पांच खिलाड़ियों ने अपने डेब्यू पर टेस्ट टीमों का नेतृत्व किया है. अन्य तीन में नई मुर रहमान (बांग्लादेश में 2000), विलियम पोर्टरफील्ड (आयरलैंड में 2018) और असगर अफगान (अफगानिस्तान में 2018) हैं.
टेस्ट क्रिकेट में राष्ट्रीय टीम की कप्तानी करने वाले पहली पिता-पुत्र की जोड़ी
इसके अलावा जॉनथन कैंपबेल और उनके पिता एलिस्टेयर कैंपबेल टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे की कप्तानी करने वाले पहले पिता-पुत्र की जोड़ी बन गए हैं. वे टेस्ट क्रिकेट में राष्ट्रीय टीम की कप्तानी करने वाले कुल मिलाकर चौथे पिता-पुत्र की जोड़ी हैं.
Zimbabwe playing XI:
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अपने देश की कप्तानी करने वाले पिता-पुत्र की जोड़ी की सूची
1- फ्रैंक मान और जॉर्ज मान
2- कॉलिन काउड्रे और क्रिस काउड्रे
3- लाला अमरनाथ और मोहिंदर अमरनाथ
4- ए कैम्पबेल और जॉनथन कैम्पबेल
जॉनाथन कैंपबेल के प्रथम श्रेणी मैचों का रिकॉर्ड
जॉनाथन कैंपबेल ने 34 प्रथम श्रेणी मैच भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने चार शतकों के साथ 1,913 रन बनाए. एक बेहतरीन लेग स्पिनर के रूप में उन्होंने 42 विकेट भी लिए. कैंपबेल ने मई 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में अपना टी20 डेब्यू किया, जिसमें उन्होंने 24 गेंदों पर 45 रन बनाए. उन्होंने नौ टी20 में 123 रन बनाए हैं. उनके नाम लिस्ट ए का भी एक मजबूत रिकॉर्ड है, जिसमें उन्होंने 45 मैचों में लगभग 40 की औसत से 1,372 रन बनाए हैं.