बक्सर: महंगाई, बेरोजगारी और अपराध को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार एनडीए सरकार पर हमलावर है. रविवार को केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस मुद्दे पर हमला करते हुए इशारों इशारों में तेजस्वी की तुलना 'उल्लू' से कर दी. इसपर आरजेडी भड़क गई है और मांझी से अब अमीर बनने का फॉर्मूला पूछ रही है.
मांझी को सुधाकर सिंह का करारा जवाब: बिहार के बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी पर हमला करते हुए कहा कि मांझी जी जब तक सत्ता से बाहर रहते हैं तो गरीब आदमी हैं. सत्ता में आते ही मांझी अमीर हो जाते हैं. इसका क्या फॉर्मूला है ये तो जीतन राम मांझी ही बता सकते हैं.
"बिहार में मांझी समुदाय के लोगों को आज भी दो वक्त की रोटी नहीं मिलती है. उनपर महंगाई की मार की कल्पना करिए. राजा का पेट भरा हो तो प्रजा का पेट भी भरा हो, ऐसा कहीं नहीं होता है. जब मांझी सत्ता से बाहर होते हैं तो गरीब बन जाते हैं, लेकिन सत्ता मिलते ही अमीरों की भाषा बोलने लगते हैं."- सुधाकर सिंह, आरजेडी सांसद
'मांझी का बयान दुखद':सुधाकर सिंह ने कहा कि मांझी का बयान बहुत ही दुखद है. सीनियर राजनेता होने के नाते उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. मीडिया के बंधु हों या हमारे जैसे लोग, महंगाई ने सबको परेशान कर रखा है. यह कोई छुपी हुई बात नहीं है. सरकारी आंकड़े भी यही कहते हैं. सरकारी आंकड़ों में हेराफेरी की जा सकती है, लेकिन आम आदमी हेराफेरी नहीं करता है.
'महंगाई के समाधान की चिंता करें':उन्होंने आगे कहा कि अपनी आमदनी से दो वक्त की रोटी और कपड़े का इंतजाम करने में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इसका कैसे समाधान करे इसकी चिंता करनी चाहिए. मांझी जी केंद्रीय मंत्री हैं लेकिन समाधान की जगह इस तरह के बयान दे रहे हैं, जो बहुत ही दुखद है.