बुरहानपुर: बुरहानपुर के एतिहासिक स्थलों के दीदार के लिए विदेशी पर्यटकों का आने का सिलसिला शुरू हो गया है. गुरुवार को करीब 15 सदस्यीय विदेशी पर्यटक बुरहानपुर पहुंचे. इटली से आए पर्यटकों ने बोहरा समाज का दार्शनिक स्थल दरगाह-ए-हकीमी, बेगम मुमताज महल शाही किला सहित काला ताजमहल जैसे ऐतिहासिक स्थलों को बेहद करीब से देखा.
शाही किला स्थित दीवाने आम, दीवाने खास, लौंगी मस्जिद पहुंचे
विदेशी पर्यटकों ने शाही किला में स्थित दीवाने आम, दीवाने खास, लौंगी मस्जिद, बेगम मुमताज के स्नानागर सहित अन्य धरोहरों को करीब से देखकर काफी तारीफ की. ऐतिहासिक धरोहरों को देखकर विदेशी पर्यटकों ने खुशी जाहिर की है. पर्यटकों ने कहा कि भारत में इतनी खूबसूरत ऐतिहासिक धरोहरें हैं जितनी किसी और देश में देखने को नहीं मिलती. वहीं, पर्यटन विभाग के मुताबिक इन धरोहरों को देखने के लिए हर साल हजारों देसी व विदेशी पर्यटक आते हैं.
शाही किला स्थित दीवाने आम, दीवाने खास पहुंचे पर्यटक (ETV BHARAT) बुरहानपुर की दरगाह-ए-हकीमी पहुंचे इटली के पर्यटक (ETV BHARAT) लौंगी मस्जिद पहुंचे इटली के पर्यटक (ETV BHARAT) इटली के पर्यटकों ने शाही किले का इतिहास समझा
बुरहानपुर की ऐतिहासिक धरोहरों की कलाकृतियों और बेजोड़ नमूने को देखखर पर्यटकर हैरान हो जाते हैं. यही कारण है कि हर साल यहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है. बता दें कि देशभर के सभी राज्यों से बोहरा के जायरीन बड़ी संख्या में जियारत करने के लिए दरगाह-ए-हकीमी पहुंचते हैं. ये बोहरा समाज का प्रमुख स्थल के नाम से मशहूर है. यहां पूरे साल भर विभिन्न प्रकार के आयोजन होते हैं. शाही किला का इतिहास बेगम मुमताज और शाहजहां से जुड़ा है. बेगम मुमताज ने इस महल में चौदहवीं संतान को जन्म देते वक्त आखरी सांस ली थी.