भरतपुर.डीग में मंगलवार को ब्रज की संस्कृति और परंपराओं ने मानवता का रूप ले लिया. फाल्गुन के महीने में जलमहलों की छटा उस समय रंगीन हो गई, जब एक साथ महलों के परिसर में 2 हजार फव्वारों से रंगीन फुहारें फूट पड़ीं. ब्रज महोत्सव के पहले दिन डीग में रंगोली, मटका दौड़, बोरी दौड़ प्रतियोगिता और मूंछ प्रतियोगिता समेत तमाम प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं.
रंगीन फव्वारे देख प्रफुल्लित हुए लोग: ब्रज महोत्सव के पहले दिन मंगलवार शाम 4 बजे से जलमहलों में रंगीन फव्वारे संचालित हुए. रंगीन फव्वारे चलते ही पूरा महल परिसर की छटा रंगीन हो गई. रंगीन फव्वारे देखने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ जुट गई. देर शाम तक जलमहलों में लोग फव्वारों के नजारे देखते रहे.
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मटका दौड़ व बोरी दौड़ ने किया रोमांचित: मंगलवार सुबह डीग के मेला मैदान में सुबह 10 बजे से विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. इनमें रस्साकस्सी, कबड्डी प्रतियोगिता, मटका दौड़, नींबू चम्मच दौड़, बोरी दौड़ आयोजित हुई. मटका दौड़ में बालिकाओं ने बिना मटका से हाथ लगाए दौड़ लगाई. इसी तरह बोरी में दोनों पैर डालकर दौड़ लगाई, जिन्हें देखकर लोग देर तक गुदगुदाते रहे.
महोत्सव में दोपहर को मेहंदी, रंगोली और मूंछ प्रतियोगिता भी आयोजित हुईं. बालिकाओं ने एक दूसरे के हाथों पर आकर्षक मेहंदी रचाई. वहीं मंच प्रतियोगिताओं में भी लोगों ने बढ़चढ़कर भाग लिया. प्रतिभागियों की मूंछों की इंचटेप से नाप की गई.