जयपुर: बाड़मेर जिले के सेड़वा उपखंड अधिकारी बद्रीनारायण विश्नोई विवादों में घिरे नजर आ रहे हैं. बीते दिनों एक वीडियो में उपखंड अधिकारी सीएचसी सेड़वा में निरीक्षण के दौरान ड्यूटी डॉक्टर को फटकार लगाई. एसडीएम ने डॉक्टर को पुलिस के हवाले करने की चेतावनी तक दे डाली, जिसके बाद प्रदेशभर के सेवारत चिकित्सक उपखण्ड अधिकारी के विरोध में उतर गए. सेवारत डॉक्टर एसडीएम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग सरकार से कर रहे हैं.
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उपखण्ड अधिकारी पर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो फिर कड़े कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने सरकार को चार फरवरी तक का समय दिया है. राज्य के 15 हजार से अधिक सेवारत डॉक्टर्स और अन्य चिकित्सक संगठन इस घटना का विरोध कर रहे हैं.
पेन डाउन हड़ताल: अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉक्टर अजय चौधरी ने कहा कि बाड़मेर के सेड़वा क्षेत्र के उपखंड अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेड़वा (बाड़मेर) में कार्यरत चिकित्सक को ड्यूटी करते हुए बेवजह धमकाया और उनके काम में बाधा डालते हुए उनके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. इस घटना के विरोध में फिलहाल चिकित्सक संघ ने प्रदेश के सभी सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पतालों में दो घंटे पेन डाउन हड़ताल की है. वे काली पट्टी बांध कर विरोध जता रहे हैं और दोषी के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
कानूनी कार्रवाई हो: संघ के महासचिव डॉक्टर दुर्गाशंकर ने कहा कि अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिस्दा) के समस्त सेवारत चिकित्सकों ने दोषी उपखंड अधिकारी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने और राजकार्य में बाधा डालने सहित अन्य सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत मुक़दमा दर्ज करने की मांग रखी है. इसके विरोध में जिलों में दो घंटे का ओपीडी का बहिष्कार किया गया है.
हड़ताल पर जा सकते हैं: सेवारत चिकित्सक संघ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि चार फरवरी तक सभी चिकित्सक काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे और यदि इसके बाद भी सरकार और प्रशासन ने कोई कड़े कदम नहीं उठाए तो कोर कमेटी और जिला संघ वार्ता कर आंदोलन की आगामी रूपरेखा तैयार करेंगे. इसके तहत चिकित्सक पूर्ण रूप से हड़ताल पर जा सकते हैं. डॉक्टर अजय चौधरी का कहना था कि संघ द्वारा विभाग की प्रमुख शासन सचिव और निदेशक को इस बारे में ज्ञापन दिया जा चुका है.