पटना: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों ने70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्दकरने की मांग पर प्रदर्शन किया. गुरुवार को एक बार फिर से अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर उतरे और जमकर बवाल काटे. पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन अभ्यर्थी अपनी मांग पर अड़े रहे। वे परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं और दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं.
बीपीएससी अभ्यर्थियों ने फिर किया बवाल:दरअसल, अभ्यर्थियों ने दिन के 1:30 गर्दनीबाग से इनकम टैक्स चौराहा के लिए कूच किया और फिर लगभग 2:00 बजे तक इनकम टैक्स चौराहा पहुंचे. यहां अभ्यर्थी पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर बेली रोड पर दौड़ने लगे और सीएम हाउस के तरफ आगे बढ़ गए. इसके बाद अभ्यर्थियों ने बीपीएससी के पास जाकर जमकर बवाल काटा और लगभग 3 घंटे तक बेली रोड का दक्षिणी छोर बाधित रखा. शाम होते ही अभ्यर्थी जदयू कार्यालय पहुंच गए और जमकर प्रदर्शन किया.
जदयू दफ्तर के बाहर प्रदर्शन: बेली रोड पर पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में लिया और आगे ले जाकर छोड़ दिया. जो छात्र छूटे वह एक बार फिर से जदयू कार्यालय के बाहर पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. अभ्यर्थी जमीन पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. पुलिस ने अभ्यर्थियों को घसीट कर यहां से हटाया. कोतवाली डीएसपी कृष्ण मुरारी के नेतृत्व में प्रशासन ने एक्शन लिया और अभ्यर्थियों को बीजेपी दफ्तर का घेराव करने से रोक दिया.
सीएम की चुप्पी तुड़वाने की कोशिश: जदयू कार्यालय के बाहर जमीन पर बैठकर शाम के समय प्रदर्शन कर रही रजनी और प्रियंका ने कहा कि "आयोग के सामने उन लोगों ने प्रदर्शन किया. आयोग ने नहीं सुनी. इसके बाद वह जदयू कार्यालय आ गई है क्योंकि यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यालय है. नीतीश कुमार यहां के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और यहां इसलिए आई है कि कम से कम नीतीश कुमार तक उनकी बात पहुंच जाए."
"आज तक वह एनडीए के वोटर रहे हैं लेकिन इस बार चुनाव में वह एनडीए को सबक सिखाएंगे. यह सरकार अभ्यर्थियों के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं. सीएम नीतीश कुमार कुछ नहीं बोल रहे हैं. 48 दिन तक अभ्यर्थी धरना पर बैठे हैं और सरकार का कोई नेता नहीं मिलने आया है. ऐसे में नेता जब गांव में वोट मांगने जाएंगे तो वहां भी उनका विरोध किया जाएगा."-रवीश कुमार,छात्र