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सरकारी स्कूलों में शिक्षक न होने से वापस घर लौट रहे नौनिहाल, ब्लॉक प्रमुख ने डीएम को लिखा पत्र - Uttarkashi Education Department

government schools of Uttarkashi भटवाड़ी विकासखंड के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है. दरअसल सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए टीचर नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे ब्लॉक प्रमुख ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग उठाई है.

government schools of Uttarkashi
ब्लॉक प्रमुख विनीता रावत ने स्कूलों का किया निरीक्षण (photo-ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 7, 2024, 6:51 PM IST

सरकारी स्कूलों में शिक्षक न होने से वापस घर लौट रहे नौनिहाल (photo- ETV Bharat)

उत्तरकाशी: भटवाड़ी विकासखंड के सरकारी विद्यालयों में शिक्षक नहीं पहुंच रहे हैं. इस संबंध में शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने स्कूल के आसपास ही रहें, लेकिन उसके बावजूद भी शिक्षक निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं.ऐसे में इस संबंध में ब्लॉक प्रमुख ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर लापरवाही बरत रहे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है.

ब्लॉक प्रमुख विनीता रावत ने स्कूलों का किया निरीक्षण:ब्लॉक प्रमुख विनीता रावत ने स्थानीय लोगों की मांग पर भटवाड़ी विकासखंड के विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. इस निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय बार्सू सहित पाला और भटवाड़ी में शिक्षक नहीं पहुंचने के कारण स्कूलों में ताले लगे हुए मिले, जबकि जूनियर हाईस्कूल बार्सू और राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय भटवाड़ी में मात्र एक ही शिक्षक मिला.

बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़:विनीता रावत ने बताया कि सरकारी विद्यालयों में मानसून सीजन में शिक्षक अपने विभाग के निर्देशों का उल्लघंन कर छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जबकि इस संबंध में शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने विद्यालय के समीप रहकर समय से स्कूल को खोलें. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि इन स्कूलों के शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

शिक्षकों को दी जाएगी चेतावनी: जिला शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख की शिकायत पर एक बार फिर पत्र जारी कर शिक्षकों को चेतावनी दी गई है कि जो समय से अपने विद्यालय में नहीं पहुंचेगा, उसका वेतन काटा जाएगा. वहीं अधिक समस्या महिला शिक्षकों के साथ हो रही है.

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