रांची: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है. लेकिन इस लिस्ट में भी चतरा, धनबाद और गिरिडीह सीट का कोई जिक्र नहीं है. लिहाजा, तीनों सीटों को लेकर संशय बरकरार है. 2019 के चुनाव में चतरा से भाजपा की टिकट पर सुनील सिंह और धनबाद से पीएन सिंह जीते थे. जबकि एनडीए में शामिल आजसू के चंद्र प्रकाश चौधरी गिरिडीह से चुनाव जीते थे. फिलहाल, चतरा और धनबाद को लेकर भाजपा के कई नेता जोर आजमाइश में लगे हुए हैं. भाजपा ने अपनी दूसरी लिस्ट में 72 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है. सभी प्रत्याशी दादर एवं नगर हवेली, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, त्रिपुरा और उत्तराखंड की अलग-अलग सीटों के लिए हैं.
इससे पहले 2 मार्च को भाजपा ने अलग-अलग राज्यों की 195 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की थी. इस लिस्ट में झारखंड की 14 सीटों में से 11 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम शामिल थे. दोनों लिस्ट के हिसाब से भाजपा ने कुल 267 सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
इधर, झारखंड में इंडिया गठबंधन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है. हालांकि गठबंधन में शामिल सभी दलों के नेता मान रहे हैं कि सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो चुका है लेकिन लोहरदगा, पलामू और चतरा सीट को लेकर मामला अटका हुआ है. वरिष्ठ नेताओं का दावा है कि दो दिन के भीतर इस मामले को सुलझा लिया जाएगा. उसके बाद इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर देंगे.
खास बात है कि 10 दिन के भीतर 267 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर भाजपा ने मानसिक तौर पर एक बढ़त हासिल कर ली है. लेकिन लैंड स्कैम मामले में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद इंडिया गठबंधन के नेता हर मोर्चे पर इस बात को कह रहे हैं कि इस बार झारखंड में भाजपा का सुपड़ा साफ हो जाएगा. यह बयान सबसे पहले हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद दिया था. दूसरी तरफ कल्पना सोरेन पहली बार कैंपेन करती नजर आ रही हैं. वहीं मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भी रेस हैं. हाल के दिनों में उन्होंने जनहित से जुड़ी कई योजनाओं की घोषणा की हैं. हालांकि भाजपा के नेता दावा कर रहे हैं कि इस बार सभी 14 सीटों पर एनडीए का कब्जा होगा.