नई दिल्ली: प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लाखों तीर्थयात्रियों के आने के साथ ही रेगुलर ट्रेनों में टिकटों की लंबी वेटिंग लिस्ट और आसमान छूते हवाई किराए श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय बन गया है.
कई फ्लाइट बुकिंग वेबसाइट ब्राउज करने से पता चलता है कि दिल्ली से प्रयागराज के लिए हवाई किराए में आज बड़ी तेजी से 13 हजार से 28 हजार तक की वृद्धि हुई है. हालांकि, कुछ दिनों पहले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) इंडिया ने एयरलाइनों से उड़ानों को जोड़कर और यात्रियों की क्षमता के हिसाब से किराया और क्षमता बढ़ाने का आग्रह किया था.
डीजीसीए ने पहले सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि,महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के लिए हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, उसने जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी है, जिससे प्रयागराज से पूरे भारत से 132 उड़ानों की कनेक्टिविटी बढ़ गई है. डीजीसीए ने 23 जनवरी को एयरलांइस के अधिकारियों से मुलाकात कर हवाई टिकट यात्रियों की सुविधा के हिसाब से बढ़ाने और घटाने के बारे में विचार विचार-विमर्श किया था. इसमें हवाई उड़ानों की क्षमता बढ़ाने की बात कही गई थी.
वहीं, महाकुंभ में पवित्र स्नान करने के लिए आने वाले कई भक्तों ने कहा कि, प्रयागराज के लिए फ्लाइट टिकट का किराया आम दिनों की तुलना में बहुत अधिक है. सोशल मीडिया पर अंकित एस नामक एक नेटिजन ने अलग-अलग एयरलाइंस के हवाई किराए का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें 27,000 से 65,000 रुपये तक का किराया दिखाया गया है. उनका कहना है कि, प्रयागराज के लिए एयरलाइंस यात्रियों से ज्यादा किराया वसूल रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि, मुंबई से प्रयागराज या यहां तक कि वाराणसी के लिए एक व्यक्ति का वापसी किराया 50 हजार से शुरू हो रहा है, जो पूरी तरह से अनुचित है. उनका कहना था कि, हवाई टिकटों में वृद्धि उपभोक्ताओं, पर्यटकों और महाकुंभ में आने वाले लोगों का एक तरह से शोषण है. वहीं, डीजीसीए इंडिया ने भी हवाई किराये में वृद्धि को सही नहीं ठहराया है.
कई अन्य नेटिजन ने सोशल मीडिया पर कहा कि, प्रयागराज पहुंचने के लिए हवाई किराए में वृद्धि सोच से परे है. इसी तरह, रेल यात्रियों को रेगुलर ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडियाकर्मियों को बताया कि आज अब तक मेला क्षेत्रों से 130 ट्रेनें रवाना हो चुकी हैं. सभी महाकुंभ रेलवे स्टेशन सुचारू रूप से चल रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने एक्स पोस्ट में बताया, " कल (रविवार) 12.5 लाख तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान की गई और प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र के स्टेशनों से रिकॉर्ड 330 ट्रेनें रवाना हुईं. आज (सोमवार) अब तक मेला क्षेत्र से 130 ट्रेनें रवाना हो चुकी हैं. सभी महाकुंभ मेला रेलवे स्टेशन सुचारू रूप से चल रहे हैं."
दूसरी तरफ, महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेनों के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा, "रेल यात्रियों की सुविधा और महाकुंभ मेले के दौरान अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए रेलवे ने महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है.
10 से 15 फरवरी तक दिल्ली-फाफामऊ-दिल्ली के बीच चार ट्रिप और 11 से 13 फरवरी तक दिल्ली-फाफामऊ-दिल्ली के बीच दो ट्रिप चलाई जाएंगी." सीपीआरओ उपाध्याय के अनुसार 8 से 17 फरवरी तक चलने वाली महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों में अभी भी सीटों,बर्थों की स्थिति उपलब्ध है.
जानकारी के अनुसार करीब 31 स्पेशल मेला ट्रेनों में सीटें और बर्थ उपलब्ध हैं, जिनमें 02418, 04066, 04146, 04408, 02276, 04612 और 04526 व अन्य ट्रेनें शामिल हैं, जबकि नियमित ट्रेनों में वेटिंग की लंबी सूची है.
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