भाजपा विधायक कालीचरण सराफ (Rajasthan Assembly) जयपुर.राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को नगरीय विकास व आवासन की बजट अनुदान मांगों पर चर्चा हो रही है. भाजपा विधायक और वसुंधरा राजे के करीबी नेता कालीचरण सराफ ने अपने ही दल पर सवाल उठाया. उन्होंने जेएलएन मार्ग के सौंदर्यीकरण के नाम पर चौड़ा किए जाने की घोषणा पर पुनर्विचार करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि जयपुर शहर में धड़ल्ले से ई रिक्शा चल रहे हैं, लेकिन चलाने वालों में एक भी स्थानीय नहीं है. सराफ ने कहा कि ई रिक्शा चलाने वाले लोग रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिक हैं.
सदन में बोलते हुए कालीचरण सराफ ने कहा कि जयपुर शहर में 30 हजार से ज्यादा ई रिक्शा चल रहे हैं. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि उन ई रिक्शों को कोई जयपुर का स्थानीय नागरिक नहीं चला रहा है. ये सारे बांग्लादेशी और रोहिंग्या हैं, जो बाहर से आए हैं. यह सुरक्षा के लिए भी बहुत बड़ा सवाल है. ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई निर्णय नहीं हुआ है.
जयपुर शहर में 30 हजार से ज्यादा ई रिक्शा चल रहे हैं. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि उन ई रिक्शों को कोई जयपुर का स्थानीय नागरिक नहीं चला रहा है. ये सारे बांग्लादेशी और रोहिंग्या हैं, जो बाहर से आए हैं. यह सुरक्षा के लिए भी बहुत बड़ा सवाल है. - भाजपा विधायक कालीचरण सराफ
इसे भी पढ़ें -शांति धारीवाल ने किया अपशब्द का इस्तेमाल, भरे सदन में दी सभापति संदीप शर्मा को धमकी, कही ये बात - Dhariwal Used Abusive Words
उन्होंने सरकार से इस पर पॉलिसी बनाने की मांग की और जोन के अनुसार ई रिक्शा का संचालन सुनिश्चित करने को कहा. उन्होंने कहा कि ई रिक्शा चलाने वाले और उनके मालिकों के आधार कार्ड के अनुसार इसकी जांच की जाए. आज हालात ये हैं कि एक व्यक्ति के सौ-सौ ई रिक्शा हैं, जिन्हें किराए पर चलाया जा रहा है. यह जयपुर शहर के लिए बहुत ही खतरनाक स्थिति है. उन्होंने सभी ई रिक्शा का पंजीयन करने, आधार कार्ड देखने और उसके आधार पर निर्णय करने की मांग उठाई.
जिनके टुकड़े किए, वे नगर निगम एक हो : कालीचरण सराफ ने पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि तुष्टिकरण के आधार पर जयपुर, जोधपुर और कोटा के नगर निगम को दो भागों में बांटकर अलग-अलग नगर निगम बनाए गए हैं. यह सही नहीं है. इससे आर्थिक भार बढ़ा है. सफाई सहित अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने जयपुर, जोधपुर और कोटा में पहले की तरह एक नगर निगम बनाने और जयपुर में 250 की बजाए 150 पार्षद करने की मांग उठाई.
जवाहरलाल नेहरू मार्ग को सौंदर्यीकरण के नाम पर चौड़ा करने की घोषणा की गई है. इससे शहरवासियों में चिंता है. इस पर सरकार को पुनर्विचार करने की जरूरत है. - भाजपा विधायक कालीचरण सराफ
जेएलएन मार्ग को चौड़ा करने पर आपत्ति :कालीचरण सराफ ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू मार्ग को सौंदर्यीकरण के नाम पर चौड़ा करने की घोषणा की गई है. इससे शहरवासियों में चिंता है. उन्होंने इस पर सरकार से पुनर्विचार करने की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि जब नगरीय विकास मंत्री सदन में जवाब दें तो इस पर भी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.