शिमला: हिमाचल की छह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुाव के नतीजों के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस ली है. छह में से चार सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है. बड़सर और धर्मशाला सीट पर बीजेपी को जीत मिली है. बड़सर में बीजेपी उम्मीदवार आईडी लखनपाल ने लगातार चौथी बार जीत हासिल की है. लखनपाल ने कांग्रेस उम्मीदवार सुभाष ढटवालिया को हराने में कामयाबी हासिल की है.
अब तक तीन चुनाव बीजेपी की टिकट पर लड़े लखनपाल ने कुछ महीने पहले ही कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी का दामन थामा था. लखनपाल इससे पहले कांग्रेस सेवादल के सदस्य रह चुके हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत शिमला नगर निगम से बतौर पार्षद की थी. उन्हें वीरभद्र परिवार का करीबी माना जाता है. 2012 में लखनपाल ने बीजेपी के सीटिंग विधायक बलदेव शर्मा को हराया था. इस बार उन्होंने कांग्रेस के सुभाष ढटवालिया को हराया है.
बड़सर विधानसभा उपचुनाव | |||||
प्रत्याशी | आईडी लखनपाल(बीजेपी) | रिजल्ट | सुभाष ढटवालिया (कांग्रेस) | रिजल्ट | मार्जिन |
वोट | 33, 086 | जीत | 30, 961 | हार | 2,125 |
2022 | गगरेट विधानसभा चुनाव | ||||
प्रत्याशी | आईडी लखनपाल (कांग्रेस) | रिजल्ट | माया शर्मा | रिजल्ट | मार्जिन |
वोट | 30, 293 | जीत | 16501 | हार | 13, 792 |
प्रदेश सरकार पर लगाए थे ये आरोप
अब लखनपाल विधानसभा में बीजेपी के सदस्य होंगे. राज्यसभा चुनाव के समय ही उन्होंने कांग्रेस से बगावत कर दी थी. लखनपाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ भेदभाव और सीएम पर उनकी मांगों पर सुनवाई ना करने के आरोप लगाए थे. उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के बाद आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि मैंने 42 साल तक कांग्रेस को अपने ख़ून पसीने से सींचा. सेवादल में तब आया जब 4 लोग इकट्ठे करना मुश्किल हुआ करते थे. अपना घर बार जमीन बेच कर सेवादल चलाया. लोग कह रहे हैं कि मंत्री बनना चाहता था. मुझे एक चपरासी की ट्रांसफर करवाने के लिए भी घंटों सचिवालय में जूझना पड़ता था. मैं मंत्री बनने की कब से सोचने लगा था.