पटना :शिक्षकों के ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर शिक्षा मंत्री के दिए गए बयान के बावजूद अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ है. बिहार के शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों को आश्वस्त किया था कि जिस जिले में एक अनुमंडल है, वहां दो डिवीजन बांटे जाएंगे और शिक्षकों को उनके जिले में ही पोस्टिंग दी जाएगी.
डिवीजन का चॉइस ट्रायल हुआ लेकिन अमल नहीं :शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद पोर्टल पर दो डिवीजन का चॉइस ट्रायल के तौर पर शुरू तो हुआ लेकिन यह अमल नहीं हुआ. अभी भी ऐसे 8 जिलों के शिक्षकों को उस जिले में दो डिवीजन का विकल्प नहीं मिल पा रहा है. इसके अलावा ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर आ रही तकनीकी दिक्कतें भी जस की तस बनी हुई है.
'पोर्टल पर समस्या बरकरार है' :बिहार शिक्षक मंच के अध्यक्ष अमित अभिषेक ने कहा कि शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद भी सिंगल अनुमंडल वाले जिलों में दो अनुमंडल का विकल्प आज तक वेबसाइट पर नहीं मिला है. जबकि आवेदन की अंतिम तिथि में अब महज सिर्फ सात दिन ही बचे हैं.
''ट्रांसफर पोस्टिंग में सॉफ्टवेयर को लेकर दिक्कतें बरकरार हैं. इसके कारण शिक्षक अभी भी परेशान हैं. वेबसाइट पर शिक्षकों को अब अपने पत्नी का गृह अनुमंडल और पोस्टेड अनुमंडल का विकल्प तो दिख रहा है लेकिन फाइनल सबमिट करते वक्त उस विकल्प को गलत बताकर अलग अनुमंडल चुनने का विकल्प निर्देशित किया जा रहा है.''- अमित अभिषेक, अध्यक्ष, बिहार शिक्षक मंच
'महिला शिक्षकों को भी हो रही परेशानी' :अमित अभिषेक ने कहा कि महिला शिक्षिकाएं जिनका चॉइस पंचायत का विकल्प फाइनल सबमिट के बाद अपने आप बदल गया है, उस पर भी शिक्षा विभाग आज तक कुछ क्लियर नहीं किया है कि उनका क्या करना है. ऐसी शिक्षिकाएं सभी परेशान हैं. कई शिक्षिकाओं का सारा चॉइस अपने आप गायब हो गया है. वहीं कहीं शिक्षिकाओं का चॉइस बदल गया है.