पटना:बिहार में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जल संसाधन विभाग और केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पटना के मनेर में डेंजर लेवल 52 मीटर है लेकिन अभी गंगा का जलस्तर 53.07 मीटर पर पहुंच गया है. दीघा घाट का डेंजर लेवल 50.45 मीटर है और अभी गंगा का जलस्तर 51.36 मीटर है. पटना के गांधी घाट में डेंजर लेवल 48.60 है लेकिन अभी गंगा का जलस्तर 50.07 मीटर पर पहुंचा हुआ है.
पटना पर मंडराया बाढ़ का खतरा:पटना के हाथीदह में डेंजर लेवल 41.70 मीटर है लेकिन अभी गंगा का जलस्तर 43.99 मीटर पर पहुंच गया है. इसके साथ सोन और पुनपुन नदी का जलस्तर भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर है. बिहार की अन्य नदियों का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है. वहीं, गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण राजधानी पटना पर बाढ़ का खतरा मंडराता जा रहा है.
नदियों में उफान, आफत में जान :इधर बारिश के कारण कई जिलों में नदियां उफान पर है. गंगा, बूढी गंडक, सोन, कोसी, पुनपुन खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार के पटना, भागलपुर, गया, जहानाबाद, भोजपुर और बक्सर सबसे ज्यादा प्रभावित है. इन इलाकों में गंगा का पानी तेजी से बह रहा है.
जल संसाधन विभाग ने दी जानकारी :सोशल मीडिया पर जल संसाधन विभाग की ओर से एक अपडेट जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण पड़ोसी राज्य झारखंड में 14 सितंबर से 16 सितंबर 2024 तक भारी बारिश हुई. इससे दक्षिण बिहार की सभी नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई.
झारखंड में बारिस, बिहार मे बाढ़ :इधर, झारखंड के चतरा और हजारीबाग में अत्यधिक बारिश के कारण फल्गु नदी के जलस्राव में भारी वृद्धि हुई. इससे जहानाबाद जिले में फल्गु नदी पर स्थित उदेरास्थान बराज से 15 सितंबर 2024 को संध्या 6 बजे से जलस्राव में वृद्धि दर्ज की गई, जो 17 सितंबर 2024 को प्रात: 10 बजे अधिकतम 53945 क्यूसेक तक पहुंच गया.
धोबी नदी पर बने लघु बांध 15 मीटर क्षतिग्रस्त: इससे पटना जिले के फतुहा प्रखंड में धोवा नदी के बाएं तट पर निर्मित लघु बांध सिरपतपुर ग्राम के पास 15 मीटर की लंबाई में क्षतिग्रस्त हो गया. जल संसाधन विभाग के अभियंताओं द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए टुटान के दोनों कट-इंड को सुरक्षित कर लिया गया है. क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मती की कार्रवाई की जा रही है. स्थल पर पर्याप्त संख्या में मजदूर और सभी आवश्यक बाढ़ संघर्षात्मक सामग्री (बालू भरे बैग, बंबू, बोट) उपलब्ध हैं.