कुल्लू:हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के भुंतर स्थित हवाई अड्डे का अब जल्द ही विस्तार होगा और इससे जिला कुल्लू के पर्यटन को भी काफी फायदा मिलेगा. जिला कुल्लू के पर्यटन कारोबारी लंबे समय से हवाई अड्डे के विस्तार की मांग कर रहे थे और अब इस हवाई अड्डे के विस्तार के लिए वन संरक्षण अधिनियम के तहत भी आवश्यक स्वीकृतियां मिल गई हैं. यह स्वीकृति मिलने के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के द्वारा तय मानकों और विस्तारित सुरक्षा उपायों के दृष्टिगत आगामी कार्य किया जा सकेगा.
विस्तारीकरण का क्या होगा फायदा:अब वन संरक्षण अधिनियम के तहत मंजूरी मिलने से हवाई अड्डे के विस्तारीकरण को भी तेजी मिलेगी और हवाई अड्डे के विस्तार के साथ यहां पर बड़े हवाई जहाज भी आसानी से उत्तर पाएंगे. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि कुल्लू जिले के प्रवेश द्वार भुंतर में इस हवाई पट्टी के विस्तार का मार्ग अब मजबूत हुआ है, क्योंकि इसके लिए जरूरी स्वीकृति मिल गई है.
पर्यटन की दृष्टि से जरूरी:जिला कुल्लू में पर्यटन कारोबार के लिए हवाई सेवा का होना काफी जरूरी है और हवाई सेवा के माध्यम से सैलानी बाहरी राज्यों से कुल्लू और लाहौल घाटी के सुंदर वादियों में पहुंच सकते हैं. ऐसे में पंजाब के अमृतसर से कुल्लू के लिए भी अब सीधी उड़ान शुरू की गई और पंजाब से भी देश-विदेश के यात्री भुंतर हवाई अड्डा पहुंच रह रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकून ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है और 50 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ कांग्रेस सरकार ने पर्यटन क्षेत्र के लिए 3 हजार करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है.
टूरिज्म हिमाचल की रीढ़:हिमाचल में पर्यटन के साथ-साथ बागवानी और जल विद्युत भी हिमाचल की आर्थिक की रीढ़ है और पर्यटन के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश में हजारों परिवार जुड़े हुए हैं. ऐसे में हिमाचल के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है. वहीं, हर साल 5 करोड़ पर्यटकों को भी हिमाचल की ओर आकर्षित करने की दिशा में काम किया जा रहा है. अब भुंतर हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के कार्य को तेज किया जाएगा और इस बारे केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय से भी चर्चा की जाएगी.