भोपाल।चोरी की वारदातों के किस्से तो आपने कई सुने होंगे लेकिन यहां हम आपको जो बताने जा रहे हैं वो हकीकत है. चोरी छोटी हो या बड़ी यह चोर प्लाइट से ही भोपाल आता था और चोरी की वारदात के बाद वापस प्लाइट से ही जाता था. ये गैंग सिर्फ दिन में सूने घरों को निशाना बनाती थी. घटना के बाद गैंग का कोई भी साथी मोबाइल का उपयोग नहीं करता था और तो और चोरी करने के लिए सिर्फ चोरी के ही वाहन इस्तेमाल करते थे.इस पूरी गैंग ने भोपाल पुलिस को बहुत छकाया लेकिन जितने चोर शातिर थे उसी अंदाज में पुलिस ने उन्हें सीखचों तक पहुंचा दिया.
दिन में सूने घरों में चोरियां
भोपाल की कुछ कालोनियों में पिछले दो महीने से लगातार चोरियां हो रहीं थी. ये सभी चोरियां दिन में सूने घरों में हो रहीं थी. पुलिस परेशान थी कोई सुराग नहीं मिल रहा था. चोर बड़े ही शातिर थे नकाब का इस्तेमाल करते थे. कई सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस को एक व्यक्ति की कद-काठी से कुछ ऐसा क्लू मिला कि पुलिस ने उसकी तह तक जाने के लिए जेल तक से रिकॉर्ड निकलवाया. फिर क्या था पूरी गैंग को ऐसे दबोचा कि शातिर चोरों को भी नानी याद आ गई.
बेंगलुरु से फ्लाइट से आता था चोर
भोपाल पुलिस ने एक ऐसे चोर को गिरफ्तार किया है जो चोरी की वारदातों को अंजाम देने फ्लाईट से बेंगलुरु से भोपाल आता था. वह मूलतः बेंगलुरु का ही रहने वाला है. नियाज खान अपने दो साथियों के साथ केवल दिन के समय ही चोरी की वारदात को अंजाम देता था. चोरी के बाद नियाज वापस बेंगलुरु चला जाता था. घटना के बाद मोबाइल का उपयोग नहीं करते थे और चोरी के लिए चोरी के वाहन ही इस्तेमाल करते थे.