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मोहन यादव सरकार के मंत्री का रास्ता हुआ साफ, सीताराम नहीं बनेंगे रामनिवास के रास्ते का कांटा - Sitaram Adivasi Meet Mohan Yadav - SITARAM ADIVASI MEET MOHAN YADAV

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलने के बाद भाजपा नेता सीताराम आदिवासी की नाराजगी कम होती हुई नजर आ रही है. सीएम मुलाकात के बाद से ही सीताराम आदिवासी ने उपचुनाव लड़ने से पीछे हट गए है. जिसके चलते वन मंत्री बने राम निवास राव की मुश्किल कम होती दिखाई दे रही है.

SITARAM ADIVAS WITHDREW BY ELECTION
डॉ. मोहन यादन से मिले सीताराम आदिवासी (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 1, 2024, 9:47 PM IST

भोपाल: कांग्रेस से बीजेपी में आए और वन मंत्री बने राम निवास राव की मुश्किल कम होती दिखाई दे रही है. रामनिवास रावत के बीजेपी में शामिल होने के बाद से लगातार नाराज चल रहे और चुनाव लड़ने की दावेदारी कर चुके बीजेपी नेता सीताराम आदिवासी अब उपचुनाव से पीछे हट गए हैं. श्योपुर की विजयपुर विधानसभा सीट और सीहोर जिले की बुधनी सीट पर जल्द ही उपचुनाव होने जा रहे हैं. सीताराम आदिवासी विजयपुर सीट से बीजेपी विधायक रह चुके हैं. मंगलवार को उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की है.

आदिवासी को राज्यमंत्री से नवाजा

मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी को मध्य प्रदेश सहरिया विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बना दिया गया. उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है. हालांकि, सीताराम आदिवासी का कहना है कि "वे टिकट की दौड़ में शामिल नहीं हैं. पार्टी में उन्हें बहुत सम्मान मिला है. तीन बार चुनाव में उतारा है. उपचुनाव के लिए चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे."

भाजपा नेता सीताराम आदिवासी नहीं लड़ेंगे उप चुनाव (ETV Bharat)

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सीएम के सामने दी थी नसीहत

पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी रामनिवास रावत के बीजेपी में आने और मंत्री बनाए जाने से बेहद आहत थे. उन्होंने खुलकर बगावत कर दी थी. यहां तक कि अगस्त माह में तेंदूपत्ता बोनस वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के सामने ही आदिवासी ने वन मंत्री को नसीहत देते हुए रामनिवास रावत से कह दिया था कि कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. कोई जातिवाद नहीं होना चाहिए. सभी को एक निगाह से देखना चाहिए, ताकि हमारी सरकार की बदनामी न होए, क्योंकि आदिवासी भी जागरुक है और लड़ने को सब तैयार हैं. राम निवास रावत ने लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का खुलकर समर्थन किया था और फिर 30 अप्रेल को बीजेपी में शामिल हो गए थे.

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