उज्जैन: श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के नाम पर अवैध वसूली के मामले ने तूल पकड़ लिया है. पुलिस ने इस मामले में शामिल 4 फरार आरोपियों पर 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है. आरोपियों में कांग्रेस नेता, मंदिर कर्मचारी और 2 मीडियाकर्मी का नाम शामिल है. इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार जगह-जगह दबिश दे रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही इन आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले में पूरी सच्चाई उजागर की जाएगी.
4 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज, चारों चल रहे फरार
उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के अनुसार, "पिछले एक महीने से चल रही जांच में मंदिर के नंदी हॉल प्रभारी राकेश श्रीवास्तव, सफाई निरीक्षक विनोद चौकसे, प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, राजेंद्र सिसोदिया, आईटी सेल के राजकुमार सिंह, भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, क्रिस्टल कंपनी के कर्मचारी जितेंद्र पंवार और ओमप्रकाश माली के बीच साजिश की बात सामने आई है.
जांच में मिले मोबाइल कॉल डिटेल से रैकेट का खुलासा हुआ. जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस नेता और मंदिर समिति के पूर्व सदस्य दीपक मित्तल, कर्मचारी आशीष शर्मा और 2 मीडियाकर्मी पर एफआईआर भी दर्ज की है.
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बीते साल मामला आया था सामने
यह मामला तब सामने आया जब बीते साल 19 दिसंबर को उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने नंदी हॉल में उत्तर प्रदेश और गुजरात के दो परिवारों के 6 सदस्यों को पकड़ा था. इन पर प्रति व्यक्ति 1100 रुपए देकर नंदी हॉल से दर्शन और जलाभिषेक करवाने का आरोप था.
इस मामले में मंदिर समिति के पूर्व सदस्य दीपक मित्तल, कर्मचारी आशीष शर्मा और दो पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. हालांकि, ये चारों आरोपी घटना के बाद से फरार हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए उनके घर और अन्य ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है.