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तस्करी का आसान रास्ता भारतमाला हाईवे, जैसलमेर में 100 किलोमीटर तक कोई पुलिस थाना नहीं...चौकियों की दरकार - भारतमाला हाईवे पर तस्करी

एक तरफ जहां जैसलमेर के सीमावर्ती गांवों में बेहतर व गुणवत्तापूर्ण सड़कें बनने से सुविधा मिली है, तो वहीं अपराधियों पर निगरानी रखना भी अब चुनौती बनता जा रहा है. भारतमाला हाईवे पर एक भी पुलिस थाना नहीं होने से यहां पर संदिग्ध लोगों की आवाजाही बढ़ी है. देखिए ये खास रिपोर्ट...

smuggling on Bharatmala Highway
भारतमाला हाईवे पर पुलिस थाना नहीं

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 12, 2024, 2:22 PM IST

Updated : Feb 12, 2024, 3:33 PM IST

तस्करी का आसान रास्ता भारतमाला हाईवे

जैसलमेर.पश्चिमी सरहद पर सैन्य बलों की सुगम आवाजाही और सीमावर्ती क्षेत्र के बाशिंदों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत हाईवे सड़क निर्माण कराया था, लेकिन अब यही हाईवे रोड पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है. कारण है यहां होने वाली अवैध गतिविधियां. हाल ही में यहां संदिग्ध लोगों की आवाजाही होने के मामले सामने आए हैं. इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ पांव फूल गए हैं.

एक तरफ जहां जैसलमेर के सीमावर्ती गांवों में बेहतर व गुणवत्तापूर्ण सड़कें बनने से सुविधा मिली है, तो वहीं अपराधियों पर निगरानी रखना भी अब चुनौती बनता जा रहा है. पड़ोसी जिले बाड़मेर और गुजरात से कश्मीर पहुंचना इस हाईवे के कारण अब आसान हो गया है, लेकिन वहीं भारतमाला हाईवे पर एक भी पुलिस थाना नहीं होने से यहां पर संदिग्ध लोगों की आवाजाही बढ़ी है. इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी चिंतित है. हकीकत यह है कि सरहदी व दूरस्थ गांवों में पुलिस निगरानी बढ़ाने की जरूरत है. यहां नाके भी लगाए जाने चाहिए. साथ ही थाने भी बढ़ाने की दरकार है.

भारतमाला हाईवे पर बढ़ रही तस्करी

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दूर-दूर तक नहीं है कोई पुलिस चौकी : दरअसल, बीकानेर के बज्जू थाना से जैसलमेर के नाचना पुलिस थाने तक करीब 100 किलोमीटर की दूरी तक पुलिस थाना तो दूर पुलिस चौकी तक नहीं है. नहरी क्षेत्र में भी विभिन्न जगहों पर चौकियां स्थापित किया जाना प्रस्तावित है, लेकिन इस ओर कोई कवायद देखने को नहीं मिल रही. जिले का नोख थाना जोधपुर जिले की सीमा के पास सबसे अंतिम छोर पर स्थित है. ऐसे में पंजाब-हरियाणा सहित राजस्थान के सूरतगढ़ व आसपास के क्षेत्र से बाड़मेर के रास्ते गुजरात तक शराब तस्करी के लिए यह क्षेत्र तस्करों के लिए सबसे आसान रास्ता बना हुआ है.

पहले भी हो चुकी अवैध गतिविधियां : पिछले कुछ वर्षों में यहां सीमा पार पाकिस्तान से नकली नोट सहित हेरोइन तस्करी के मामले सामने आए हैं. जिस पर एसओजी, एटीएस व जैसलमेर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में हेरोइन को भी बरामद किया था. वहीं इसको लेकर जोधपुर रेंज के पुलिस आईजी ने कहा कि विगत विधानसभा चुनावों के दौरान पुलिस की ओर से विशेष रूप से निगरानी रखते हुए नाकाबंदी की गई थी. इस दौरान भी कई प्रकार की सफलताएं पुलिस को मिली थी. उन्होंने कहा कि भारतमाला हाईवे रोड के माध्यम से असामाजिक तत्व अपनी गतिविधियों को बढ़ा सकते हैं, यह पुलिस के ध्यान में है. ऐसे में इस प्रकार के असामाजिक तत्वों व भारतमाला हाईवे रोड पर निगरानी के लिए पुलिस की ओर से सीसीटीवी व नाकेबंदी कर बेहतर कार्य किए जाने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही, हाईवे पर असामाजिक तत्व व अन्य वाहनों के प्रवेश व निकासी की भी मॉनिटरिंग करने को लेकर कार्य चल रहा है.

Last Updated : Feb 12, 2024, 3:33 PM IST

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