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यहां मेंढक पेड़ों पर रहते हैं, छिपकली पलक झपकाती है, सतपुड़ा में अनूठे जीवों की खोज

सतपुड़ा के जंगल में दुर्लभ इंडियन लेपर्ड गीको छिपकली और पेड़ पर रहने वाला मेंढ़क मिला है. सतपुड़ा में 119 प्रकार के पक्षी रहते हैं.

SATPURA FOREST BARWANI
सतपुड़ा के जंगल में मिले दो दुर्लभ जीव (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 3, 2024, 10:21 PM IST

Updated : Nov 4, 2024, 12:45 PM IST

बड़वानी: सतपुड़ा के पहाड़ों में यदि ठीक से खोजा जाए तो शायद कई ऐसे दुर्लभ जीव जंतु मिलेंगे जो अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ऐसे में कुछ दुर्लभ जानवरों, पक्षियों और कीट-पतंगों का मिल जाना विशेष बात है. वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट गौरव निगम ने पेड़ पर रहने वाला मेंढक, दुर्लभ इंडियन लेपर्ड गीको छिपकली को खोजा है. गौरव रावत ने जंगल के पारिस्थितिक तंत्र को लेकर चिंता भी जताई है.

मृत अवस्था में मिली दुर्लभ छिपकली

गौरव निगम पिछले 3 साल से लगातार पक्षियों का सर्वे और खोज कर रहे हैं. अब उन्हें सतपुड़ा के जंगल में अत्यंत दुर्लभ वेस्ट इंडियन लेपर्ड गीको छिपकली और मेंढक मिला है. छिपकली मृत अवस्था में थी. उन्होंने बताया कि, "सामान्यतः यह छिपकली दिन में नहीं दिखाई देती है. यह अधिकतर रात में ही सक्रिय होती है. इसकी त्वचा पर तेंदुए के जैसे धब्बे और केमोफ्लाज होता है. यह मुख्यत: बिच्छू, कीटों आदि का रात में शिकार करती है. यह इकलौती उन दो गीको छिपकलियों में से है जो भारत में पाई जाती हैं. यह अपनी पलके भी झपका सकती है.

दुर्लभ प्रजाति का पक्षी भी मिला (ETV Bharat)

पेड़ों पर रहने वाला मेंढक मिला

इसके अलावा उन्हें एक मेंढक भी मिला है जो पेड़ों पर रहता है. यह मेंढक भी रात में अधिक सक्रिय रहता है. यह खासकर ठंडी जगह पर ही पाया जाता है, लेकिन बड़वानी जैसी गर्म जगह पर इसका मिलना आश्चर्यजनक है. गौरव निगम ने बताया कि, "यहां एक चिंता का विषय है कि जितनी तेजी से बड़वानी जिले में सतपुड़ा की पहाड़ियों पर जंगल साफ हुए है. पहाड़ वृक्ष हीन हुए हैं. इससे आने वाले समय में यहां पारिस्थितिक तंत्र और बिगड़ेगा. इस वजह से यहां गर्मी बढ़ जाएगी और अभी तक यहां जो जंगली जीव जंतु मिलते हैं वो भी मिलना बंद हो जाएंगे."

सतपुड़ा में पक्षियों की 119 प्रजातियां मौजूद हैं (ETV Bharat)

अभी तक गिने जा चुके हैं 119 प्रकार के पक्षी

सतपुड़ा फॉरेस्ट विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, सतपुड़ा के जंगल में 119 प्रकार के विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों की अभी तक गणना की जा चुकी है. जिसमें ठंड आने पर प्रमुख तौर पर यूरोप, रूस, मध्य एशिया, अफ्रीका से अनेक पक्षी पलायन कर यहां आते हैं. जिसमें ब्लू टेल्ड बी ईटर, रोजी स्टर्लिंग, ग्रे नेकेड बंटिंग, क्रेस्टेड बनटिंग, ब्लैक रेड स्टार्ट, अल्ट्रामरिन फ्लाइकेचर आदि पक्षी है. इसके अलावा स्थानीय पक्षी भी आसानी से दिख जाते हैं, जिसमें स्केली ब्रस्टेड मुनिया, दूधराज, एशियाई पाम स्विफ्ट, सवाना नाइटजार, ब्लू रॉक थ्रश, क्रेस्टेड लॉर्क आदि शामिल हैं. इसके अलावा यहां तेंदुआ, सियार, लोमड़ी, लकड़बग्घा जैसे कई जानवरों के पद चिन्ह भी पाए जाते हैं, जो जंगल में उनकी उपस्थिति को दर्शाते हैं.

बड़वानी के वन में मिली कॉमन फाइव रिंग तितली (ETV Bharat)

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तितलियों के लिए है शानदार ठिकाना

सतपुड़ा की पहाड़ियां तितलियों के लिए अनुकूल ठिकाना है. इस क्षेत्र में कॉमन थ्री रिंग, कॉमन फाइव रिंग, पेंटेड लेडी, स्ट्रिप टाइगर, ब्लू टाइगर, कॉमन क्रो, व्हाइट ऑरेंज टिप, येलो ऑरेंज टिप, कॉमन ग्रास येलो, कॉमन मॉर्मन, ज्वेल ब्लू, ग्रास ब्लू आदि तितलियां भी मौजूद हैं.

Last Updated : Nov 4, 2024, 12:45 PM IST

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